ग्रेटर नोएडा में ओप्पो मोबाइल फैक्ट्री में शुरू हुआ काम, बसों से पहुंचे 200 कामगार
लॉकडाउन में मिली रियायत के बीच ग्रेटर नोएडा में ओप्पो फैक्ट्री में काम शुरू हो गया है। शनिवार से शुरू हुए काम के लिए यहां करीब 200 मजदूरों को बसों से लाया गया।
नोएडा, एएनआइ। गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में लॉकडाउन में मिली रियायत के बीच ओप्पो फैक्ट्री में काम शुरू हो गया है। शनिवार से शुरू हुए काम के लिए यहां करीब 200 मजदूरों को बसों से लाया गया। इस कंपनी में काम शुरू होने से पहले मेंटेनेंस का काम यहां हो चुका है। बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन के बीच कुछ कंपनियों को काम करने की छूट दी है हालांकि यहां शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर जैसी जरूरी सामान रखना जरूरी है ताकि बीमारी से श्रमिकों का बचाव हो सके।
57 हजार कर्मचारियों के साथ 850 उद्योगों का होगा नोएडा में संचालन
इधर, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शहर में औद्योगिक इकाइयों व विकास योजनाओं का कार्य शुरू कर दिया गया है। प्राधिकरण ने करीब 850 योग्य उद्योग में लगभग 57,000 श्रमिकों के साथ काम करने की अनुमति दे दी है।
शुक्रवार को मिली है 850 उद्योगों को अनुमति
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि शुक्रवार को को 850 औद्योगिक इकाइयों को चलाने की अनुमति दी गई। इन औद्योगिक इकाइयों में 57 हजार श्रमिक काम करेंगे।
1600 आवेदनों को किया गया निरस्त
इसके अलावा 1600 आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा 20 ग्रुप हाउसिंग बिल्डर परियोजनाओं को शुरू किया गया। यहां 3300 मजदूर काम करेंगे। एक दिन पहले 32 अन्य औद्योगिक और वाणिज्यिक परियोजनाओं को निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति दी गई है। इनमें 2200 श्रमिक काम करेंगे। वहीं प्राधिकरण की 30 और परियोजनाओं को शुरू किया जाएगा।
कोविड-19 के मरीज मिलने पर बंद हो जाएगी फैक्ट्री
इन सभी स्थानों पर कोविड-19 के नियमों के अनुसार ही कार्य किया जाएगा। यहां एक भी कोविड-19 का संक्रमित मरीज मिलता है तो औद्योगिक इकाई की अनुमति स्वत: ही समाप्त कर दी जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा कुछ छूट दिए जाने के बाद औद्योगिक सेक्टरों की रौनक लौटने लगी है। शुक्रवार शाम सेक्टर-58 के पास से गुजरते लोगों को देखकर सुखद अहसास हुआ कि आर्थिक गतिविधियों का पहिया घूमने लगा है। लोग भी परिवार की खातिर घरों से निकल खुद को सुरक्षित रखते हुए मास्क लगाकर व शरीरिक दूरी का ध्यान रखने का प्रयास कर रहे हैं।