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सामने आई अवतार सिंह भड़ाना के चुनाव नहीं लड़ने को लेकर चौंकाने वाली जानकारी

अवतार सिंह जेवर से सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी हैं और वह शुक्रवार को नामांकन पत्र का तीसरा सेट दाखिल करने पहुंचे। पूर्व के सेट में जो कमियां थीं उसे दूर किया गया। नामांकन दाखिल करने को लेकर रालोद के इंद्रवीर सिंह भी ऊहापोह में रहे।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 06:20 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 06:20 PM (IST)
सामने आई अवतार सिंह भड़ाना के चुनाव नहीं लड़ने को लेकर चौंकाने वाली जानकारी
अवतार सिंह जेवर से सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी हैं।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। भाजपा और कांग्रेस के मुकाबले सपा और रालोद के प्रत्याशी जेवर से अब फिर मुकाबले में दुबारा आ गए हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं अवतार सिंह भड़ाना के बारे में। अवतार सिंह जेवर से सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी हैं और वह शुक्रवार को नामांकन पत्र का तीसरा सेट दाखिल करने पहुंचे। पूर्व के सेट में जो कमियां थीं, उसे दूर किया गया। नामांकन दाखिल करने को लेकर रालोद के इंद्रवीर सिंह भी ऊहापोह में रहे।

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क्यों मची थी उनके बयान से खलबली

इस दौरान उन्होंने अपने चुनाव ना लड़ने के यू टर्न पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता के प्यार से कोरोना नेगेटिव होकर लौटा हूं। उन्होंने बृहस्पतिवार को अपने लोगों से बयान जारी कराया था कि कोरोना संक्रमित होने से वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इनके नाम वापस लेने के बाद संगठन के राष्ट्रीय नेताओं में खलबली मच गई थी।

चुनाव ना लड़ने की घोषणा पर पार्टी ने इंद्रवीर को बनाया था प्रत्याशी

उनके कदम पीछे खींचने पर रालोद ने इंद्रवीर सिंह को पार्टी प्रत्याशी घोषित कर दिया था। उन्हें पार्टी का चुनाव चिह्न भी जारी कर दिया था। नामांकन दाखिल करने की उन्होंने पूरी तैयारी कर ली थी। बृहस्पतिवार रात में भड़ाना ने अपने फेसबुक व ट्विटर अकाउंट से संदेश जारी किया कि रिपोर्ट में पता चला है कि वह कोरोना संक्रमित नहीं हैं और चुनाव लड़ेंगे। इंद्रवीर भाटी का कहना है कि पार्टी नेतृत्व के कहने पर चुनाव चिह्न मिलने के बावजूद उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया।

यह बतायी भड़ाना ने चुनाव नहीं लड़ने की वजह

अवतार सिंह भड़ाना का कहना है कि उन्होंने सदा निजी हितों से ऊपर उठकर काम किया है। उनके कोरोना संक्रमित होने के कारण पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी संक्रमित हो सकते थे। इस कारण उन्होंने कदम खींचा था। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद चुनाव लड़ने की घोषणा की।

प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर रखें नजर

इधर बता दें कि विधानसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों के चुनाव खर्च पर नजर रखने को भारत निर्वाचन आयोग ने एन अशोक बाबू को व्यय प्रेक्षक नियुक्त किया है। शुक्रवार को गौतमबुद्ध विवि के अतिथि गृह में उन्होंने व्यय टीम संग बैठक की। अधिकारियों से आह्वान किया कि सभी उम्मीदवारों के खर्च को आयोग की मंशा के अनुरूप व्यय रजिस्टर में दर्ज करें। उम्मीदवार खर्च संबंधी रिपोर्ट दें। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार, यमुना विकास प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह, जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह, जिला मनोरंजन कर अधिकारी जेपी चंद, जिला खनन अधिकारी निर्मल कुमार सिंह आदि मौजूद थे।


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