Jewar Airport परियोजना को रद कर दूसरी जगह ले जाने की हुई थी कोशिश, इस नेता ने पूरे नहीं होने दिए मंसूबे
Jewar Airport News राजनीतिक दांवपेंच ने देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का इंतजार भी लंबा कर दिया। बसपा सपा की राजनीति से उबरते हुए भाजपा सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकास की उड़ान दी। केंद्र व राज्य सरकार की जुगलबंदी से एयरपोर्ट परियोजना तेजी से आगे बढ़ी।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। राजनीतिक दांवपेंच ने देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का इंतजार भी लंबा कर दिया। बसपा, सपा की राजनीति से उबरते हुए भाजपा सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकास की उड़ान दी। केंद्र व राज्य सरकार की जुगलबंदी से एयरपोर्ट परियोजना तेजी से आगे बढ़ी। प्रदेश की बसपा सरकार ने दिल्ली के नजदीक जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए ओएलएस सर्वे व डीपीआर तैयार कराई थी, लेकिन इससे आगे कोई काम नहीं हुआ।
बसपा के बाद प्रदेश की सत्ता संभालने वाली सपा सरकार ने नोएडा एयरपोर्ट की संभावनाएं ठंडे बस्ते में पड़ी रही। एक बार जेवर में एयरपोर्ट परियोजना को रद कर फिरोजाबाद ले जाने का प्रयास किया, लेकिन केंद्र में भाजपा सरकार के रहते सपा सरकार के मंसूबे कामयाब नहीं हुए।
केंद्र में नागर विमानन राज्य मंत्री डा. महेश शर्मा ने अपने संसदीय क्षेत्र में एयरपोर्ट के लिए मजबूती से प्रयास किए। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही नोएडा एयरपोर्ट रनवे पर लौट आया। 2017 में साइट क्लीयरेंस मिलने के बाद सभी केंद्र व प्रदेश सरकार की जुगलबंदी से एयरपोर्ट की सभी औपचारिकताएं तेजी से पूरी हुई।
विकासकर्ता के चयन से लेकर जमीन अधिग्रहण, ग्रामीणों के पुनर्वास को राजनीतिक उठा पटक से दूर रखा गया। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के प्रयासों से सरकार को आसानी से जमीन मिल गई। महज साढ़े चार साल में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट साइट क्लीयरेंस से शिलान्यास तक का सफर तय करने में कामयाब रहा। देश के सबसे बड़ा एयरपोर्ट अब धरातल पर उतरने जा रहा है। अगले तीन साल में यह राजधानी क्षेत्र में यात्री सेवा देने के लिए तैयार हो जाएगा। जहां से लाखों यात्रियों से लेकर उद्यमियों को फायदा पहुंचेगा।
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास होने से रियल एस्टेट में खुशी की लहर है। बिल्डरों ने रियल एस्टेट में तेजी आने की उम्मीद जताई है। एयरपोर्ट तैयार होने के बाद ग्रेनो के विकास को रफ्तार मिलेगी।