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खाकी उतार राजा जनक के किरदार में दिखेंगे दारोगा जी, इंजीनियर साहब बनेंगे भगवान राम

Raamleela मुरादाबाद में तैनात दारोगा गजेंद्र सिंह कटारिया लीला में राजा जनक व रेलवे में इंजीनियर के पद पर तैनात सत्येंद्र सिंह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की भूमिका में दिखेंगे।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 25 Sep 2019 11:46 AM (IST)Updated: Wed, 25 Sep 2019 03:09 PM (IST)
खाकी उतार राजा जनक के किरदार में दिखेंगे दारोगा जी, इंजीनियर साहब बनेंगे भगवान राम
खाकी उतार राजा जनक के किरदार में दिखेंगे दारोगा जी, इंजीनियर साहब बनेंगे भगवान राम

ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी]। Raamleela in Muradabad: रामलीला के मंच का कुछ ऐसा आकर्षण है कि इसका हर कलाकर अभिनय में  वसीभूत अपने पद, धर्म, उम्र की सीमाओं को पीछे छोड़ देता है। मंच पर अगर कुछ होता है तो श्रीराम की कथा और उसका मंचन करते कलाकार। जो हर साल अपने जीवन के कुछ दिन अलग किरदार में जीते हैं। इस बार की रामलीला में भी कुछ ऐसे ही देखने को मिलेगा। इसमें दारोगा से लेकर इंजीनियर तक रामलीला के मंच पर अलग-अलग किरदार निभाएंगे।

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मुरादाबाद पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात हैं दारोगा

मुरादाबाद पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात दारोगा गजेंद्र सिंह कटारिया लीला में राजा जनक व रेलवे में इंजीनियर के पद पर तैनात सत्येंद्र सिंह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की भूमिका में दिखेंगे। दोनों पिछले लंबे वर्षों से इन किरदारों को निभा रहे हैं।

कई सालों से जुड़े हैं कलाकार

कासना साइट चार सेंट्रल पार्क में श्री रामलीला कमेटी द्वारा होने वाले लीला का मंचन साकेत कला केंद्र मुरादाबाद के कलाकारों के द्वारा किया जाता है। कला केंद्र के कलाकार पिछले कई साल से शहर में लीला मंचन के लिए आते हैं। टीम में 70 सदस्य हैं।

कुछ कलाकार सरकारी नौकरी कर रहे तो कुछ पढ़ाई

जहां एक तरफ कुछ सदस्य सरकारी व निजी नौकरी कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अन्य शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। खास बात है कि सभी कलाकार शिक्षित हैं और सिर्फ कला के पेशे से ही नहीं जुड़े हैं। वर्दी में दारोगा गजेंद्र सिंह कटारिया जितने सख्त दिखते हैं अंदर से उतने ही संवेदनशील हैं। जहां एक तरफ लोग पैसे के लिए अभिनय करते हैं वहीं गजेंद्र को सिर्फ अभिनय का जुनून है।

मंच पर उतरते ही जाग जाता है कलाकार

मंच पर पहुंचते ही उनके अंदर का कलाकार जाग जाता है। दारोगा की कड़क आवाज से कोसों दूर उनके सुर जनक के मीठे बोल में बदल जाते हैं। गजेंद्र कहते हैं कार्यालय से अवकाश लेना मुश्किल होता है, लेकिन अभिनय के लिए तीन दिन का विशेष अवकाश लिया जाता है। मंच पर पहुंचते ही पूरी तरह से अभिनय में रम जाते हैं।

अभिनय में लग जाती है इंजीनियरिंग

इंजीनियर सत्येंद्र सिंह का कहना है मंच पर सारी इंजीनियरिंग अभिनय में लगा दी जाती है। राम का किरदार निभाने में अंदर से खुशी मिलती है। लीला मंचन में जाने के लिए एक माह पूर्व ही अवकाश के लिए आवेदन कर दिया जाता है।

सीता का किरदार करने वाली रुचि एमए की छात्रा

दस दिन पूरी तरह से राम के किरदार में ही ढल जाते हैं। सीता का अभिनय करने वाली रुचि वर्मा एमए की पढ़ाई कर चुकी हैं। उनकी इच्छा पीएचडी करने की है। उनका कहना है लीला मंचन के लिए तैयारियां हो गई हैं। हनुमान की भूमिका में कैलाश आर्या नजर आएंगे। वह कोरियाग्राफर हैं। उनके कई एलबम भी आ चुके हैं। उनका कहना है पिछले कई साल से हनुमान का किरदार निभाया जाता है। मंच पर हनुमान के कई डायलाॅग याद हो गए हैं। मंच पर पहुंच लीला मंचन का इंतजार है। टीम के वरिष्ठ सदस्य श्याम मेहरा का कहना है लीला मंचन के लिए टीम 29 सितंबर को सुबह लीला स्थल पर पहुंचेगी।

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