गुजरात की फोरेंसिक टीम ने गाजियाबाद लैब में भेजे सैंपल, जल्द खुलेगा सारा राज
फोरेंसिक टीम ने आग लगने वाले जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय के घटनास्थल का मैप तैयार किया है। इससे यह पता लगाने का प्रयास किया गया है कि आग लगाने वाला अंदर कब और कैसे घुसा।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। फर्जी मस्टर रोल तैयार कर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में होमगार्डो के वेतन में करोड़ों के घपले के बाद कार्यालय में आग लगाने की घटना की जांच कर रही गुजरात की फोरेंसिक टीम ने सैंपल गाजियाबाद लैब भेजे हैं। यदि गाजियाबाद लैब से सैंपल की सटीक रिपोर्ट नहीं मिल पाएगी तब इन्हें जांच के लिए गुजरात लैब भेजा जाएगा।
इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने आग लगने वाले जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय के घटनास्थल का मैप तैयार किया है। इससे यह पता लगाने का प्रयास किया गया है कि आग लगाने वाला अंदर कब और कैसे घुसा। आग पेट्रोल डालकर लगाई गई है या नहीं।
सूत्रों ने दावा किया है कि गुजरात की फोरेंसिक टीम ने कई जले हुए मस्टर रोल को तकनीक का प्रयोग कर पढ़ लिया है। कार्यालय में हुए अग्निकांड की जांच कर रही फोरेंसिक टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट फैक्स के माध्यम से गौतमबुद्ध नगर पुलिस को सौंपेगी।
वहीं रिमांड पर लिए गए घोटाले के आरोपितों से पुलिस की पूछताछ जारी है। आरोपितों ने पूछताछ में नाम तो बताए हैं, लेकिन फर्जी मुहर अभी तक बरामद नहीं करवाई है। पुलिस का दावा है कि बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि एसएसपी वैभव कृष्ण से जुलाई में फर्जीवाड़ा कर होमगार्डो के ड्यूटी का फर्जी मस्टररोल तैयार कर भुगतान की शिकायत की गई थी। एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी विनीत जायसवाल ने प्राथमिक जांच की थी। केवल मई व जून में शहर की सात कोतवाली की हुई जांच में ही बड़े स्तर पर ड्यूटी के मस्टररोल में गड़बडि़यां मिली थीं।
प्रारंभिक जांच में ही फर्जी भुगतान पकड़ा गया था। फर्जी मस्टररोल तैयार कर हुए भुगतान में करीब 50 फीसद से अधिक फर्जी ड्यूटी पकड़ी गई थी, जबकि कोतवाली में काम करने वाले होमगार्ड के फर्जी मस्टर रोल बनाने में फर्जी मुहरों का इस्तेमाल किया गया था।
आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य एकत्र होने के बाद बीते दिनों पुलिस ने तत्कालीन जिला कमांडेंट (अब मंडलीय कमांडेंट अलीगढ़) रामनारायण चौरसिया, सहायक जिला कमांडेंट सतीश चंद और अवैतनिक प्लाटून कमांडर सत्यवीर यादव, शैलेंद्र कुमार व मोंटू कुमार को गिरफ्तार किया था। घोटाले के दौरान वर्ष 2017 से 2019 तक राम नारायण जिले में तैनात था। आरोपितों की गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले ही गौतमबुद्ध नगर जिला कमांडेंट कार्यालय में आग लगा दी गई थी।
साजिशन लगाई गई आग
आग लगने की घटना की जांच एसआइटी कर रही है। एसआइटी की अब तक की जांच में पता चला है कि आग साजिशन लगाई गई है। मामले में आग लगाने वाले अज्ञात आरोपित के खिलाफ सूरजपुर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है। एसआइटी का दावा है कि आग लगाने वाले आरोपित जल्द ही कानून के शिकंजे में होंगे।
एसपी ने कहा
गाजियाबाद लैब में सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। मामले की जांच की जा रही है और रिमांड पर लिए गए आरोपितों से भी पूछताछ की जा रही है।
-विनीत जायसवाल, एसपी सिटी