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Noida Kidnapping Case: जोमेटो डिलीवरी ब्वाय बनकर बदमाशों तक पहुंची पुलिस

बदमाश किसी तरह का नुकसान बच्चे को न पहुंचा दें इस वजह से पुलिस ने इंतजार किया कि बदमाश कब कमरे से बाहर निकले। जैसे ही सोमवार को बदमाश कमरे से बाहर निकले। पुलिस ने भी घेराबंदी कर दी। चूहड़पुर के समीप बदमाशों का पुलिस से सामना हो गया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 04 Oct 2022 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 10:06 PM (IST)
Noida Kidnapping Case: जोमेटो डिलीवरी ब्वाय बनकर बदमाशों तक पहुंची पुलिस
एक बदमाश शिवम मारा गया और दो अन्य घायल हो गए।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के लुकसर गांव से अपह्त हुए 11 वर्षीय बच्चे हर्ष को बदमाशों के कब्जे से छुड़ाने के लिए पुलिस जोमेटो डिलीवरी ब्वाय बन गई। बच्चे को भूख लगी थी तो बदमाशों ने आनलाइन खाना आर्डर किया। पुलिस को यह बात पता चल गई। एक पुलिसकर्मी जोमेटो का डिलीवरी ब्वाय बनकर खाना लेकर बदमाशों के पास सूरजपुर पहुंचा। उसने देख लिया कि कमरे में बच्चा भी है। इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया।

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मुठभेड़ में मारा गया एक बदमाश

बदमाश किसी तरह का नुकसान बच्चे को न पहुंचा दें, इस वजह से पुलिस ने इंतजार किया कि बदमाश कब कमरे से बाहर निकले। जैसे ही सोमवार को बदमाश कमरे से बाहर निकले। पुलिस ने भी घेराबंदी कर दी। चूहड़पुर के समीप बदमाशों का पुलिस से सामना हो गया और एक बदमाश शिवम मारा गया। दो अन्य घायल हो गए।

बचने के लिए किया पश्चिमी यूपी की भाषा का इस्तेमाल  

दरअसल, मुठभेड़ में मारा गया बदमाश मास्टरमाइंड शिवम लुकसर गांव में ही किराए पर रहता था। उसकी गांव में महिला मित्र भी है। उसी महिला मित्र ने मामले में मुखबिरी की। अपहरण के बाद वह बदमाशों तक पीड़ित के घर की पल-पल की जानकारी पहुंचाती रही। शिवम गांव में रहा था और पीड़ित के यहां नौकरी कर चुका था। इस वजह से उसने खुद को बचाने के लिए फिरौती मांगते दौरान पश्चिमी यूपी की भाषा का इस्तेमाल किया। उसका यह भी इरादा था कि यदि बच्चा उसे पहचान लेगा तो वह उसे मार देगा। यह बात बदमाश के साथियों ने पुलिस को बताई है।

पुलिस कमिश्नर से लिपट कर रोई बहन

अपह्त हुआ बच्चा हर्ष पांच बहनों में अकेला है। उसका अपहरण होने के बाद से सभी बहनों का रो-रो कर बुरा हाल था। बच्चे को बरामद करने के बाद जब पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह पीड़ित स्वजन से मिलने घर पहुंचे तो हर्ष की बहन पुलिस कमिश्नर से लिपट कर रोने लगी। यहां तक कि हर्ष के स्वजन पैर छूने की कोशिश कर बच्चे की जान बचाने के लिए शुक्रिया अदा करते दिखे।

सूरजपुर में रखा था

अपहरण करने के बाद बच्चे को सूरजपुर में रखा गया था। बदमाशों ने उसको दो वक्त का खाना भी खिलाया। देर रात तीन बजे जब फिरौती की रकम दी गई तो बच्चा सो रहा था।

दोपहर 12 बजे किया था अपहरण

बदमाशों ने रविवार दोपहर 12 बजे बच्चे का घर के सामने से अपहरण किया था। उसको बाइक पर बैठा कर सूरजपुर ले गए थे। रास्ते में बच्चे ने पूछा भी कहां ले जा रहे हो तो बदमाशों ने कहा था कि पिता ने बुलाया है।


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