UP के इस शहर में नकली अंगूठे का खेल जानकर दंग रह जाएंगे आप, शातिर ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी तरह से आधार व पैन कार्ड बनवाए जा रहे थे। मौके से पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया।
ग्रेटर नोएडा (प्रवीण विक्रम सिंह)। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र से पुलिस ने फर्जी आधार व पैन कार्ड बनाने वाले सात आरोपितों को धर दबोचा है। आरोपित लंबे समय से फर्जीवाड़ा कर रहे थे। हरियाणा के रहने वाला मुख्य आरोपित राहुल के नाम से बनी अधिकृत आइडी का प्रयोग फर्जीवाड़े में किया जा रहा था। राहुल एक दिन के सात हजार रुपये आरोपितों से लेता था जो कि आधार कार्ड बनाते थे। प्लास्टिक का अंगूठा बनाकर पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा था। एक महीने में आरोपित चार लाख की कमाई करते थे। पुलिस ने सातों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया।
सातों आरोपितों को भेजा गया जेल
वहां से सातों को जेल भेज दिया गया। गिरोह में शामिल एक और आरोपित प्रवीण अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि सूरजपुर कोतवाली पुलिस को फर्जी आधार व पैन कार्ड बनाने के संबंध में सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर सूरजपुर कोतवाली प्रभारी जितेंद्र सिंह दीखित व थाने की क्राइम टीम प्रभारी शैलेंद्र तोमर ने टीम के साथ छापेमारी की। छापेमारी कर मौके से सात आरोपितों को धर दबोचा गया। आरोपित मलकपुर में बने एक बैंक के पीछे कमरे में आधार कार्ड बना रहे थे। कमरे के बाहर आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाने वाले लोगों की लाइन लगी हुई थी।
फर्जी तरीके से काम को दे रहा था अंजाम
पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी तरह से आधार व पैन कार्ड बनवाए जा रहे थे। मौके से पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों की पहचान बृजेश शर्मा निवासी जेवर, राहुल निवासी गुरुग्राम हरियाणा, कंछीलाल निवासी अलीगढ़, सागर व रईस निवासी दिल्ली, जबर व मुनेंद्र निवासी बुलंदशहर के रूप में हुई है।
यह सामान हुए बरामद
आरोपितों के कब्जे से 50 प्लास्टिक के आधार कार्ड, 25 आधार कार्ड लेमिनेशन, 20 आधार बनवाने वाले फार्म, 18 पर्ची, 16 पेनकार्ड, 21 फर्जी फार्म खाली, दो प्लास्टिक के अंगूठे, पांच एडाप्टर, दो माउस, दो प्रिंटर, पांच लैपटॉप, दो फिंगर मशीन, दो लैंप, एक कीबोर्ड, एक क्रास मैंच, दो स्कैनर और 34 हजार सात सौ नकद बरामद किए गए है।
ऐसे बनाते थे आधार कार्ड
मुख्य आरोपित राहुल की अधिकृत आइडी पर दर्ज अंगूठे के निशान का प्लास्टिक अंगूठा आरोपितों ने बना लिया था। आरोपित यूटीडीएआइ डाट इन की वेबसाइट पर कैंप मोड में जाकर फर्जीवाड़ा करते थे। कैंप मोड में अलग-अलग क्षेत्र में आधार कार्ड बनाने का विकल्प दिखाता है। इसी विकल्प का प्रयोग कर आरोपित फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे।
एमसील से बनाया अंगूठे का निशान
आरोपितों ने राहुल के अंगूठे का निशान प्लास्टिक पर उतारने के लिए एमसील का प्रयोग किया। एमसील पर अंगूठा बनाकर उसमें बने निशान को प्लास्टिक में फिट कर दिया गया और प्लास्टिक के अंगूठे से फर्जीवाड़े को अंजाम देने लगे।
ढाई सौ में बनाते थे एक कार्ड
आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि एक आधार कार्ड वह साढ़े सौ रुपये में बनाते थे। एक महीने से तीन से चार लाख की कमाई करते थे। जिसमें से सात हजार रोजाना से हिसाब से मुख्य आरोपित राहुल को देते थे। जबकि 80 हजार की बचत आरोपित हर महीना कर लेते थे।
वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर चला सरकार का डंडा, लगा 1 करोड़ रुपये का जुर्माना
Facebook Live कर युवक ने दिल्ली के प्रेम नगर थाने में खुद को लगाई आग, देखें वीडियो
ग्रेप लागू होने से पहले बवाल, ईपीसीए के आदेश पर उद्योग जगत ने कहा- करोड़ों का होगा नुकसान