बदमाशों का सनसनीखेज खुलासा, जिला न्यायालय में करनी थी पिता-बेटी की हत्या, ऐसे हुआ गिरफ्तार
ईकोटेक तीन कोतवाली व एसओजी टीम ने बुधवार रात 130 मीटर रोड पर मुठभेड़ के दौरान सुंदर भाटी गिरोह के चार शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर की कार्रवाई से अलीगढ़ में रहने वाले पिता-बेटी की जान बच गई। ईकोटेक तीन कोतवाली व एसओजी टीम ने बुधवार रात 130 मीटर रोड पर मुठभेड़ के दौरान सुंदर भाटी गिरोह के चार शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित सुपारी किलर हैं और उन लोगों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपितों ने अलीगढ़ जिला न्यायालय में घुसकर पिता-बेटी की हत्या करने के लिए दस लाख की सुपारी ली थी।
महिला के पति ने यह सुपारी सुंदर गिरोह के बदमाश अन्नी को दी थी। आरोपित पति नरेंद्र यादव अभी फरार है। आरोपितों के कब्जे से चार पिस्टल, कारतूस व कार बरामद की गई है। आरोपितों पर पहले से हत्या के मुकदमे दर्ज हैं।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि एसओजी प्रभारी यतेंद्र कुमार व ईकोटेक तीन कोतवाली प्रभारी अनीता चौहान की टीम ने बुधवार रात चार सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान धर्मेंद्र उर्फ रिंकू निवासी नरौली जारचा, राजू भाटी निवासी गांव पल्ला, नरेंद्र उर्फ निंदर निवासी साकीपुर व संजय निवासी बढ़पुरा दादरी के रूप में हुई।
पुलिस ने बताया कि बागपत के रहने वाले नरेंद्र यादव का अपनी पत्नी से दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा चल रहा है। नरेंद्र अलीगढ़ जेल में बंद रहा था। वहीं जेल में बंद सुंदर गिरोह के बदमाश अन्नी से उसकी मुलाकात हुई। नरेंद्र ने अन्नी से मदद मांगी तो उसने दस लाख रुपये की सुपारी लेकर नरेंद्र की पत्नी व उसके ससुर की हत्या के लिए हामी भर दी।
तारीख पर आते थे आरोपित के ससुर व पत्नी
पुलिस ने बताया कि नरेंद्र यादव निवासी बागपत का पत्नी पिंकी एवं ससुर रामेर निवासी गांव ददआर अलीगढ़ से विवाद चल रहा है। अलीगढ़ की न्यायालय में पिंकी व रामेर दोनों अक्सर तारीख पर आते थे। तारीख के दौरान ही कोर्ट परिसर में दोनों की हत्या की जानी थी। आरोपित राजू भाटी ने इस योजना को अंजाम देने के लिए अन्य साथियों को अपने साथ जोड़ा था।
छूटने के बाद गया था मिलने
अन्नी वर्तमान में भी अलीगढ़ जेल में बंद है। उस पर गौतमबुद्ध नगर में भी कई मुकदमे दर्ज है। आरोपित नरेंद्र यादव जेल से छूटने के बाद अन्नी से मिलने के लिए जेल जाता था। मिलाई के दौरान ही अन्नी ने नरेंद्र की मुलाकात राजू भाटी से करवाई थी। इसके बाद सुपारी की रकम आरोपितों को दी गई थी। सुपारी की रकम लेने के दौरान एक बेबी नाम का व्यक्ति भी आरोपितों के साथ आया था पुलिस उसकी तलाश कर रही है।