फास्टैग करेगा यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार फास्ट
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर अभी तक फास्टैग की सुविधा नहीं है। नकद टोल टैक्स भुगतान के कारण यात्रा में अधिक समय लगता है। टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति पैदा होती है लेकिन अगले माह से हालात पूरी तरह से बदल जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा [अरविंद मिश्रा]। वाहन चालकों को यमुना एक्सप्रेस वे पर एक अप्रैल से फास्टैग की सुविधा मिलेगी। एक्सप्रेस वे पर फास्टैग लगाने के लिए सोमवार को यमुना प्राधिकरण कार्यालय में एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। एमओयू पर जेपी इंफ्राटेक, आइडीबीआइ बैंक के प्रतिनिधि एवं यमुना प्राधिकरण के महाप्रबंधक परियोजना ने हस्ताक्षर किए। एक्सप्रेस वे की दोनों ओर की दो-दो लेन फास्टैग होंगी। वाहन चालक अन्य लेन से नकद टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। सुरक्षा उपायों के लिए 108 करोड़ की लागत से होने वाले कार्य का ठेका गुजरात की जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दिया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर फास्टैग की सुविधा पूरी तरह से लागू हो चुकी है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर अभी तक फास्टैग की सुविधा नहीं है। नकद टोल टैक्स भुगतान के कारण यात्रा में अधिक समय लगता है। टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति पैदा होती है, लेकिन अगले माह से हालात पूरी तरह से बदल जाएंगे। राजमार्ग की तरह वाहन चालक यमुना एक्सप्रेस वे पर भी बिना रुके फास्टैग से टोल टैक्स भुगतान कर आवाजाही कर सकेंगे।
जनवरी में गुजरे नौ लाख से अधिक वाहन
यमुना एक्सप्रेस वे से हर माह लाखों वाहन गुजरते हैं। प्रति दिन औसतन सत्तर से अस्सी हजार वाहन गुजरते हैं। सप्ताहांत में वाहनों की संख्या काफी बढ़ जाती है। जनवरी में एक्सप्रेस वे से 923834 वाहन गुजरे हैं।
बॉक्स
108 करोड़ की लागत से आइआइटी के सुझाव होंगे लागू
आइआइटी दिल्ली के सुझावों को अमलीजामा पहनाने के लिए 108 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कार्य कराने की जिम्मेदारी गुजरात की जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स लि. को सौंपी गई है। इन कार्यों के तहत एक्सप्रेस वे की दोनों सड़कों के बीच की जगह पर क्रैश बीम बैरियर लगाए जाएंगे।
यमुना एक्सप्रेस वे फास्टैग के लिए एमओयू हो गया है। इसके लिए जरूरी कार्य पंद्रह दिन में हो जाएंगे। अप्रैल से एक्सप्रेस वे पर फास्टैग की सुविधा लागू हो जाएगी। टोल टैक्स के नकद भुगतान के लिए भी लेन निर्धारित की जाएंगी।
डाॅ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण