Noida International Airport : किसान पर हाथ उठाते दिखे डिप्टी कलेक्टर ! वायरल वीडियो से बढ़ सकती है मुश्किल
रोही गांव के एक घर में घुसकर डिप्टी कलेक्टर के किसान के साथ मारपीट व र्दुव्यवहार करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। नाराज किसानों के हमदर्द बनकर नेताओं ने अंदर खाते राजनीतिक माहौल गर्माना शुरू कर दिया है।
ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी]। देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के ड्रीम प्रोजेक्ट पर कुछ अधिकारियों की लापरवाही भारी पड़ सकती है। अधिगृहीत जमीन पर बने किसानों के मकान को जल्द से जल्द तोड़ने के दबाव में अधिकारी लोगों के साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान ऐसे कई वीडियो वायरल हो चुके हैं।
दरअसल, रोही गांव के एक घर में घुसकर डिप्टी कलेक्टर के किसान के साथ मारपीट व र्दुव्यवहार करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। नाराज किसानों के हमदर्द बनकर नेताओं ने अंदर खाते राजनीतिक माहौल गर्माना शुरू कर दिया है। ऐसे में अन्य तेज तर्रार अधिकारियों के कार्य की बदौलत तेजी से आगे बढ़ रहे काम पर एक गलती भारी पड़ सकती है।
बता दें कि एयरपोर्ट सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। एयरपोर्ट के लिए छह गांव रोही, पारोही, किशोरपुर, दयानतपुर, रन्हेरा व बनवारीवास गांव की 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। गांव में जिन किसानों के मकान बने हैं, मुआवजा देने के बाद उन्हें जेवर बांगर में शिफ्ट किया जा रहा है। जहां पर 3003 प्लाट किसानों को आवंटित हुए हैं। किसानों को जल्द से जल्द गांव से हटाने के लिए ऊपरी दबाव के बाद प्रशासनिक अमला पूरी शिद्दत से लगा हुआ है। ज्यादातर लोगों ने मकान खाली कर दिए हैं। रोही, नगला व दयानतपुर गांव में कई किसानों ने अभी मकान खाली नहीं किए हैं। किसानों से वार्ता कर मकान खाली कराने के लिए अलग-अलग गांव में एसडीएम स्तर के अधिकारी लगाए हैं। रोही गांव में डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार की ड्यूटी लगाई गई है।
वहीं, वायरल वीडियो में संजय कुमार एक किसान के घर में पुलिस के साथ दिखाई दे रहे हैं। मकान को खाली करने के लिए किसान पर दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही वीडियो में पुलिस के साथ डिप्टी कलेक्टर किसान पर हाथ उठाते हुए भी दिख रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी है। लोगों का आरोप है कि पुलिस का दबाव बना जबरन मकान खाली कराए जा रहे हैं। वायरल वीडियो के संबंध में डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार से फोन पर वार्ता का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
लग रहे हैं यह आरोप
कुछ किसान ऐसे हैं जिन्होंने मकान खाली करने की सहमति तो दे दी है, लेकिन उन्हें अभी मुआवजा नहीं मिला है, इस कारण वह मकान खाली नहीं कर रहे हैं। किसानों का यह भी आरोप है कि मकानों की पैमाइश में खेल हुआ है। आरोप है कि जो कर्मचारी पैमाइश करने के लिए आए थे। कुछ लोगों ने पैसा देकर उनसे मकान की अधिक पैमाइश करा ली। जिन्होंने पैसा नहीं दिया उनके मकान की कम पैमाइश हुई है। साथ ही बहुत से किसान आवंटित किए गए प्लाट से भी खुश नहीं हैं।
सुहास एलवाई (जिलाधिकारी, गौतम बुद्धनगर) का कहना है कि वायरल वीडियो की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराई जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी के साथ भी गलत व्यवहार न करें।