नोएडा में कोविड अस्पताल से इंजीनियर का बैग लेकर फरार हुआ कोरोना संक्रमित बंदी
जेल से आया कोरोना पॉजिटिव मरीज चाइल्ड पीजीआइ से पुलिस और चिकित्सकों को चकमा देकर फरार हो गया है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ कोविड अस्पताल से एक उपराचाधरीन कोरोना संक्रमित बंदी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। वह एक इंजीनियर का बैग भी उठाकर ले गया है। बृहस्पतिवार को ही बंदी को ग्रेटर नोएडा के कोविड अस्पताल से चाइल्ड पीजीआइ में भर्ती कराया गया था। उसके फरार होने की सूचना से स्वास्थ्य व पुलिस महकमें में हड़कंप मचख है। उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दी रही है।
28 जून को सेक्टर-8 निवासी एक 19 वर्षीय युवक को सेक्टर-20 थाना पुलिस ने मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। जेल में बीते दिनों बंदी की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें वह पॉजिटिव मिला। जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को पुलिसकर्मियों ने बंदी को चाइल्ड पीजीआइ लेकर पहुंचे थे।
शुक्रवार को दोपहर करीब तीन बजे पुलिसकर्मियों ने खाना खाने के लिए उसके हाथ खोल दिए और खुद भी खाना खाने के लिए चले गए। इसी मौके का फायदा उठाकर कोरोना संक्रमित बंदी कोविड अस्पताल से भाग निकला। भागते समय वह अस्पताल से एक इंजीनियर का बैग भी उठाकर ले गया है। हालांकि बैग में क्या था, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। खाना खाने के बाद वापस अस्पताल पहुंचने पर वार्ड में बंदी का बिस्तर खाली देख अस्पताल प्रबंधन व पुलिस में हड़कंप मच गया।
पुलिस ने पार्किंग से लेकर छत तक संक्रमित बंदी की तलाश की। सड़कों पर मोटरसाइकिल से भी खोजा। लेकिन उसका पता नहीं चला। सूत्रों के अनुसार बंदी को फरार होने के बाद उसके घर पर देखा गया था। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग निकला। उसकी जगह-जगह तलाश की जा रही है, लेकिन अभी तक सफलता प्राप्त नहीं हुई।
शारदा व जिम्स से भी हो चुका फरार
संक्रमित बंदी नशे का आदि है। वह संक्रमित मिलने के बाद शारदा व जिम्स से भी भागने का प्रयास कर चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बंदी तीन दिन पहले जिम्स से भी फरार हो गया था। जहां चार-पांच घंटे बाद उसे ढूंढ लिया गया। उसके खुराफात के मद्देनजर बाद में शारदा में भर्ती कराया गया, लेकिन हरकतों में सुधार नहीं हुआ। प्रशासन ने बाद में सख्ती बरतते हुए युवक को हथकड़ी लगाकर चाइल्ड पीजीआइ में भर्ती कराने का निर्णय लिया। बृहस्पतिवार को तीन पुलिसकर्मी बंदी को चाइल्ड पीजीआइ लेकर पहुंचे थे।
कोविड अस्पताल प्रबंधन की सुरक्षा पर उठे सवाल
चाइल्ड पीजीआइ में जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों की तैनाती है। साथ ही चतुर्थ फ्लोर पर बने आइसोलेशन वार्ड में हेल्प डेस्क भी स्थापित है। यहां बाहर के किसी व्यक्ति की एंट्री बंद और किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा प्रत्येक द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। ऐसे में बंदी के फरार होने से अस्पताल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पहले से ही संवेदनशील इलाकों में शुमार है सेक्टर-8
सेक्टर-8 की जेजे कॉलोनी पहले से ही संवेदनशील इलाकों में शुमार है। संक्रमित बंदी जेजे कॉलोनी का ही रहने वाला है। ऐसे में यदि जल्द ही संक्रमित का पता नहीं लगा तो कोरोना वायरस के और अधिक फैलने की संभावना है। यहां 100 से अधिक कोरोना मरीज मिल चुके हैं। पिछले एक महीने से स्वास्थ्य विभाग लगातार कोरोना मरीजों की खोज के लिए यहां हेल्थ कैंप आयोजित कर रहा है।
चाइल्ड पीजीआइ के निदेशक डॉ. डीके गुप्ता ने कहा कि मामले की पुलिस व प्रभारी सीएमओ डां. नेपाल सिंह को जानकारी दे दी गई है। साथ ही सेक्टर-20 थाने में भी इस संबंध में तहरीर भी दी गई।