शाहबेरी में अवैध निर्माण करने वाला बिल्डर गिरफ्तार, महिला समेत 5 बिल्डरों पर FIR Noida News
शाहबेरी में अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित बिल्डर की पहचान शमीम आलम निवासी शाहबेरी के रूप में हुई है।
नोएडा, जेएनएन। बिसरख कोतवाली क्षेत्र स्थित शाहबेरी में अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित बिल्डर की पहचान शमीम आलम निवासी शाहबेरी के रूप में हुई है। अवैध निर्माण करने वाले कई बिल्डर अभी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस का दावा है कि फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
उधर, शाहबेरी में कमर्शियल कॉम्पलैक्स बनाकर दुकान बेचने वाले पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपितों ने निवेशकों के साथ जालसाजी व धोखाधड़ी की। निवेशक की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित बिल्डरों में एक महिला भी शामिल है। मामले की जांच एसआइटी करेगी।
दुकान खरीदने वाले अमन मस्ताना ने दी थी शिकायत
शाहबेरी में बनाए गए भविष्य इंडिया टावर में दुकान खरीदने वाले अमन मस्ताना ने एसएसपी वैभव कृष्ण को दी गई शिकायत में कहा कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। सुबेंदू दास, संजय जैन, रजत, प्रवीण और रोशनी ने शाहबेरी में भविष्य इंडिया टावर का निर्माण सरकारी जमीन पर कर दिया। अगस्त 2017 में आरोपितों की कंपनी भविष्य इंडिया टावर के एजेंट ने मुलाकात की। उस समय तमाम वेबसाइटों पर भविष्य इंडिया टावर के विज्ञापन चल रहे थे। सुबेन्दू दास और संजय जैन ने बताया कि यह भूमि उनकी है। इससे जुड़ा कोई विवाद नहीं है। उन्होंने हाइकोर्ट का एक फैसला दिखाया, जो दिसंबर 2010 का था। उसके मुताबिक यह जमीन रजत के नाम थी। जिसने यह जमीन भविष्य रजिस्ट्री के जरिए इंडिया टावर के नाम की थी।
पीडि़त अमन मस्ताना का कहना है कि पांचों आरोपितों ने मिलकर भरोसा दिलाया और दुकानें बेच दीं। बाद में निवेशकों को पता चला कि जमीन ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की है। बिसरख कोतवाली प्रभारी मनोज पाठक का कहना है कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
बिना अनुमति के बनाई गई अवैध इमारतें
बता दें कि शाहबेरी जमीन अधिग्रहण होने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बिना अनुमति के अवैध इमारतें बनाई गई। बीते 17 जुलाई 2018 को दो अवैध इमारतें ढह गई थी। जिसमें दब कर नौ लोगों की मौत हो गई थी। मामला शासन तक पहुंचा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती दिखाई तो जिला प्रशासन व पुलिस भी प्राधिकरण के गुनहगारों के प्रति सख्त हो गई। शाहबेरी में अवैध निर्माण करने के मामले में अब तक 84 एफआइआर दर्ज हो चुकी है।
मामले में एक आरोपित बिल्डर शाहबुद्दीन पर रासुका भी लगाई जा चुकी है। इसके अलावा पांच बिल्डरों पर एनएसए की कार्रवाई की जा चुकी है। बिसरख कोतवाली प्रभारी मनोज पाठक ने बताया कि एक बिल्डर शमीम को गिरफ्तार किया गया है। अन्य फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
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