दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान संगठनों में फूट, भानु गुट ने किया धरना खत्म करने का एलान
किसान ट्रैक्टर परेड और दिल्ली में कई जगहों पर हुए उपद्रव सहित लाल किले पर दूसरे रंग का झंडा फहराने के बाद किसानों के आंदोलन से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। किसानों की ओर से धरना खत्म करने का ऐलान किया गया है।
नोएडा, कुंदन तिवारी। किसान ट्रैक्टर परेड और दिल्ली में कई जगहों पर हुए उपद्रव सहित लाल किले पर दूसरे रंग का झंडा फहराने के बाद किसानों के आंदोलन से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। किसानों की ओर से धरना खत्म करने का ऐलान किया गया है। हालांकि दिल्ली के सभी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन खत्म नहीं हुए हैं। यह ऐलान भानू और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएन सिंह ने भी धरना खत्म करने का ऐलान किया है। ग्रुप की ओर से ऐलान किया जा सकता है। ऐसे में अब आंदोलन कमजोर पड़ता दिख रहा है।
नोएडा-दिल्ली को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन भानू का धरना खत्म हो गया है। कोर कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया है। कमेटी सदस्यों ने कहा लाल किले पर दूसरे रंग का झंडा फहराना शर्मनाक है।
नोएडा के चिल्ला बार्डर पर प्रेस वार्ता करते भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि चिल्ला बार्डर जो धरना करीब दो महीने से चला आ रहा है उसे खत्म किया जा रहा है। खत्म करने की घोषणा करने के दौरान भानु प्रताप सिंह ने 26 जनवरी को लालकिले पर हुई घटना की निंदा भी की।
इधर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन में भाग ले रहे वीएन सिंह जो राष्ट्रीय किसान आंदोलन संगठन का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं उन्होंने किसान आंदोलन को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए इस खत्म करने का ऐेलान किया है।
बता दें किसान आंदोलन काफी लंबे समय से दिल्ली के कई बॉर्डर पर चल रहा था। इससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी भी हो रही थी। किसान नए कृषि कानून को लेकर इसके खिलाफ केंद्र सरकार से इसे रद करने की मांग कर रहे है।
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