नोएडा, जागरण संवाददाता। औद्योगिक नगरी में शनिवार को मौसम ने करवट ली। दिन में काले बादलों छाने के बाद दोपहर में तेज हवाओं संग वर्षा और ओले पड़े। पूरे दिन रुक रुककर वर्षा होती रही है। मौसम विज्ञानी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में करीब दस मिलीमीटर की वर्षा हुई है। वर्षा के कारण तापमान में गमी आने के कारण जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं फसल नुकसान के साथ झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। वर्षा के साथ गिरे ओले पड़ने से वाहनों के पहियों पर ब्रेक लग गया है। इससे कई जगह जाम की भी स्थिति बनी।
शुक्रवार के बाद शनिवार सुबह भी आसमान में काले बादल छाए। जिससे दिन में अंधेरा छाया रहा। दिन में दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चली। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे शुरू हुई तेज वर्षा बूंदाबांदी में तब्दील हो गई। दोपहर करीब एक बजे आसमान से अचानक ओले पड़े। करीब दस मिनट तक ओलों की वर्षा होती रही।
तेज ओलों की वर्षा से बचने के लिए लोग सड़क किनारे टीन शेड, छत के नीचे खड़े हो गए। कई जगह तेज ओलावृष्टि से सड़क पर सफेद चादर बिछ गई। वहीं, कई लोग आसमान से आफत बनकर पड़ने वाले एक से डेढ़ एमएम के ओले से बचने की जद्दोजहद करते हुए दिखाई दिए। देर शाम तक रुक रुककर वर्षा होती रही। आसमान में छाए रहने से दिन में अंधेरा रहा। वर्षा ने गर्मी से राहत दिलाई है। मौसम सुहावना भी सुहावना हुआ है। वर्षा के कारण तापमान में गिरावट हुई हैं।
अधिकतम तापमान गत दिवस के मुकाबले एक दो डिग्री कम रहने के साथ 24 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान एक डिग्री कम रहकर 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वर्षा के कारण दिन का यानी अधिकतम तापमान सामान्य से छह व रात का तापमान यानी न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया है। आर्द्रता का स्तर 90 प्रतिशत दर्ज किया गया।
भारतीय मौसम विभाग विभाग (आइएमडी) ने रविवार को भी आसमान में काले बादल छाने के साथ गरज चमक के साथ वर्षा की संभावना व्यक्त की है। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। तेज हवाओं के साथ झमाझम वर्षा व ओला पड़ने से कई जगह फसल को नुकसान हुआ है।
20 मार्च तक होती रही वर्षा
स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत का कहना है कि पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पूर्वी राजस्थान पर है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली हवाएं नमी बढ़ा रही हैं। इस कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्षा के साथ ओले भी गिरे हैं। 20 मार्च तक छिटपुट वर्षा की संभावना है। इस दौरान अधिकतम पारा सामान्य से कम ही रहेगा।
सड़क किनारे पानी रुकने से बड़ी समस्या
वर्षा के दौरान सड़क किनारे पानी रुकने से पैदल यात्रियों को परेशानी हुई। सलारपुर-भंगेल मार्ग, कुलेसरा मार्ग, लेबर चौक, पर्थला गोल चक्कर, मामूरा चौराहा, उद्योग मार्ग सहित अन्य कई प्रमुख मार्ग सड़क किनारे पानी रुकने से वाहनों की रफ्तार थम गई। वर्षा में भीगने से बचने के लिए कई लोग एलिवेटेड रोड के नीचे और सड़क किनारे लगी टेन शेड के नीचे रुक गए। वाहनों को सड़क पर खड़ा कर दिया। इससे जाम की स्थिति बनी।
वर्षा के बाद जाम जगह-जगह जाम
वर्षा के बाद शहर में कई जगह पूरे दिन जाम रहा। डीएनडी टोल प्लाजा से ग्रेटर नोएडा की ओर उतरने वाले लूप तक जाम रहा। शाम को व्यस्त समय में दिल्ली से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले वाहन चालक जाम में फंसे। नोएडा से दिल्ली जाने पर दिल्ली सीमा से वाहनों की कतार लगी रही। सेक्टर-18, सेक्टर-38ए, सेक्टर-71, सेक्टर-62, सेक्टर-56, सेक्टर-12-22, सेक्टर-78, सेक्टर-49, सेक्टर-110 व सेक्टर-37 में जाम से वाहन चालक बेहाल हो गए। सेक्टर-104 पर संबंधित प्राधिकरण द्वारा रेलिंग मरम्मत का कार्य से जाम रहा।
एक्सप्रेेस-वे पर नोएडा आने वाले मार्ग सेक्टर-128 पर एक ट्रक खराब होने से यातायात प्रभावित हुआ। डीएनडी टोल से उतरने वाले लूप मार्ग पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त होने से यातायात प्रभावित हुआ। क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त वाहन को हटवाया गया। एलिवेटेड से सेक्टर–60 अंडरपास की तरफ उतरने वाले मार्ग पर एक ट्रक पलट गया। जिस कारण यातायात प्रभावित हुआ। हाइड्रा की मदद से पलटे ट्रक को हटवाया गया।
वर्षा के कारण नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा में सुधार:
वर्षा से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है। नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 153 दर्ज किया गया था। नोएडा का एक्यूआइ 141 के साथ मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। वर्षा से प्रदूषण स्तर में गिरावट से जहां लोगों को राहत मिली है। वहीं सड़कों के किनारे पेड़ पौधे धूल से लदे थे। इनकी धुलाई न होने से हरियाली सूख रही थी। वर्षा से काफी हद तक पेड़-पौधों पर जमी धूल धुल गई। इससे वायुमंडल में आक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी।