Budget 2018: 'उड़ान' से जुड़ेंगे 56 एयरपोर्ट, NCR के दूसरे एयरपोर्ट जेवर को होगा फायदा
5000 हेक्टेयर में बनने वाले जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पहला चरण 1327 हेक्टेयर का होगा।
नोएडा (जेएनएन)। मोदी सरकार ने आम बजट में विमानन क्षेत्र में बदलाव की तस्वीर दिखाई है। छोटे शहरों के बीच हवाई सेवा के साथ हवाई अड्डों की संख्या को पांच गुना तक बढ़ाने का वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐलान किया है। इससे साफ है कि आने वाले समय में हवाई यात्र करने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा।
बजट में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए सीधे तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है। लेकिन क्षेत्रीय कनेक्टिविटी व यात्रियों की संख्या में इजाफे का फायदा जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी मिलेगा। दिल्ली एनसीआर में दिल्ली के बाद जेवर में दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की योजना पर काम चल रहा है।
केंद्र सरकार ने इसे जून 2017 में मंजूरी दी थी। पांच हजार हेक्टेयर में बनने वाले जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पहला चरण 1327 हेक्टेयर का होगा। हवाई अड्डे के लिए तकनीकी आर्थिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए सर्वे चल रहा है। सैद्धांतिक मंजूरी के लिए मार्च तक केंद्र सरकार के पास आवेदन किया जाएगा।
केंद्रीय बजट में विमानन क्षेत्र को लेकर वित्त मंत्री की घोषणा जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए भी फायदेमंद होगी। हवाई यात्रा को बेहतर बनाने एवं उड़ानों की संख्या को बढ़ाने के लिए नौ सौ नए विमान खरीदने का लक्ष्य है।
इन विमानों के लिए नए हवाई अड्डों की जरूरत होगी। जेवर हवाई अड्डा इस लिहाज से फायदेमंद होगा। इस हवाई अड्डे का क्षेत्रफल देश के अन्य हवाई अड्डों की तुलना में काफी अधिक है, इसलिए विमानों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह होगी।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ने से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। आस पास के शहरों से यात्री हवाई यातायात से सीधे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचकर आगे की यात्र सुगमता से कर सकेंगे। यात्रियों के लिए समय की बचत होगी।
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कमाई की दृष्टि से यह फायदेमंद होगा। यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि नए विमानों को हवाई अड्डे पर खड़ा करने के लिए जगह की जरूरत होगी। जेवर हवाई अड्डा इस लिहाज से फायदेमंद होगा।