मुस्लिम महिलाओं ने सामूहिक रूप से पढ़ी जुमे की नमाज
जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर-64 स्थित एक कंपनी की छत पर कुछ मुस्लिम महिलाओं ने सामूहि
जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर-64 स्थित एक कंपनी की छत पर कुछ मुस्लिम महिलाओं ने सामूहिक रूप से शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ी। हालांकि, इस्लाम धर्म में मुस्लिम महिलाओं के सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने की परंपरा नहीं है।
बता दें कि सेक्टर-58 स्थित एक पार्क में नमाज पढ़ने का विरोध होने पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी-अपनी सुविधा के मुताबिक विभिन्न स्थानों पर जुमे की नमाज पढ़ी। सेक्टर-64 स्थित एक कंपनी में पुरुषों ने सामूहिक रूप से जुमे की नमाज पढ़ी। इस पर यहां काम करने वाली महिलाओं ने भी सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने का फैसला किया। साथ ही पुरुषों की बराबरी का हवाला देकर सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने की कंपनी प्रबंधन से अनुमति मांगी। इजाजत मिलने पर करीब एक सौ महिलाओं ने कंपनी की छत पर जुमे की नमाज पढ़ी। नमाज पढ़ने वाली रुबी का कहना कि जब पुरुष सामूहिक तौर पर नमाज पढ़ सकते हैं तो महिलाएं क्यों नहीं पढ़ सकती हैं। उन्हें भी सामूहिक नमाज पढ़ने का हक मिलना चाहिए।
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जमात मर्दो की होती है न कि औरतों की। महिलाएं घर में जमा होकर नमाज पढ़ सकती हैं, लेकिन सार्वजनिक स्थल या खुले में महिलाओं को सामूहिक नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है। महिलाओं के लिए पर्दा बहुत जरूरी है।
मुफ्ती जुल्फिकार, उप्र अध्यक्ष, अखिल भारतीय इमाम संगठन
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इस्लाम में महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर ही अधिकार दिया गया है। वह भी नमाज पढ़ सकती है। यदि महिलाओं ने सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी है तो कोई गलत नहीं की है।
मौलाना फजलुर्रहमान, नोएडा