मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट के लिए बृहस्पतिवार को खुलेगी फाइनेंशियल बिड
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर सुझाव द
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर सुझाव देने वाली कंपनी का सोमवार को चयन नहीं हो सका। तकनीकी बिड में सफल रही राइट्स कंपनी के प्रतिनिधियों के फाइनेंशियल बिड में न पहुंच पाने के कारण इसे बृहस्पतिवार तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया। हालांकि ऑक्सिनो और एलएंडटी ने प्रस्तुतीकरण दिया। राइट्स को बृहस्पतिवार को प्रस्तुतीकरण देने का मौका मिलेगा, इसके बाद बिड खोली जाएगी। चयनित कंपनी को 45 दिनों में मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर स्टडी कर अपनी रिपोर्ट देनी होगी।
जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली, एनसीआर व पश्चिम उत्तर प्रदेश से कनेक्टिविटी देने के लिए मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट विकसित करने की योजना है। इस पर सुझाव देने के लिए कंपनी का चयन किया जा रहा है। तकनीकी बिड में ऑक्सिनो, एलएंडटी व राइट्स सफल हुई थीं। फाइनेंशियल बिड सोमवार को खोली जानी थी। लेकिन इसकी सूचना राइट्स को नहीं मिल सकी, इसलिए उसके प्रतिनिधि नहीं पहुंच सके।
कंपनियों ने मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए सड़क, मेट्रो एवं रैपिड ट्रेन को लेकर खास फोकस दिया। सराय काले खा से जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने के बजाय प्रस्तावित पलवल-खुर्जा रेललाइन से कनेक्टिविटी का विकल्प भी रखा। इसके अलावा सड़क के माध्यम से जेवर एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी पर अपने प्रारंभिक विकल्प दिए। हालांकि मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट पर रिपोर्ट देने के लिए कंपनियां दिल्ली व एनसीआर में ट्रैफिक को लेकर दोबारा स्टडी कराएंगी। प्राइमरी एवं सेकेंडरी डाटा के आधार पर ट्रांसपोर्ट को लेकर अपनी रिपोर्ट देंगी। कंपनियों को रिपोर्ट तैयार करने के लिए 45 दिनों का समय मिलेगा।
जेवर एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से सीधे जोड़ने के साथ-साथ दिल्ली के अन्य आंतरिक हिस्सों खासकर उन हिस्सों से जो गौतमबुद्ध नगर से नजदीक हैं। वहां से अच्छी कनेक्टिविटी देने की योजना है, ताकि यात्री जेवर एयरपोर्ट को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही एनसीआर व पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों से सीधे एयरपोर्ट तक कम समय में यात्रियों के पहुंचने के लिए सड़क का जाल तैयार किया जाएगा। मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट की फाइनेंशियल बिड में राइट्स के प्रतिनिधियों के न पहुंचने के कारण इसे बृहस्पतिवार तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। दो कंपनियों ने प्रस्तुतीकरण दिया है। तीनों का प्रस्तुतीकरण देखने के बाद बिड खोली जाएगी।
डा. अरुणवीर ¨सह, सीईओ यमुना प्राधिकरण एवं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड