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मिलावटखोरों के खिलाफ सुस्त पड़ी कार्रवाई की चाल

नवरात्र खत्म होने के बाद विभागीय कार्रवाई एक बार फिर से सुस्त पड़ गई है। इससे मिलावटखोरों के हौसले फिर बढ़ गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 10:55 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 10:55 PM (IST)
मिलावटखोरों के खिलाफ सुस्त पड़ी कार्रवाई की चाल
मिलावटखोरों के खिलाफ सुस्त पड़ी कार्रवाई की चाल

जागरण संवाददाता, नोएडा : खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नवरात्र से पूर्व 10 दिन अभियान चलाकर खाद्य दुकानों का निरीक्षण किया। संदिग्ध खाद्य पदार्थों के नमूने भी जांच के लिए संग्रहित किए, लेकिन नवरात्र खत्म होने के बाद विभागीय कार्रवाई एक बार फिर से सुस्त पड़ गई है। इससे मिलावटखोरों के हौसले फिर बढ़ गए हैं।

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विभाग के मुताबिक, बीते 10 से 25 अक्टूबर तक चले अभियान में 50 खाद्य दुकानों का निरीक्षण किया गया। वहीं 20 खाद्य दुकानों पर छापेमारी की गई। यहां से 49 खाद्य सैंपल लेकर जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा गया। इनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन 26 अक्टूबर के बाद विभाग ने अब तक एक भी दुकान का औचक निरीक्षण नहीं किया है।

दरअसल खाद्य विभाग होली, दीपावली और रक्षा बंधन से कुछ दिन पूर्व मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाता है। इसके बाद भी खुलेआम मिलावटी खाद्य सामग्री बिकता है। जिले में दूध, मिठाई, मसाला, पनीर, तेल, खोया और घी के कारोबारी बड़े स्तर पर मिलावट करते हैं। त्योहार के दिनों में मावा देहात क्षेत्र से बिक्री के लिए शहर जाता है। यहां नकली मावा तैयार करने के लिए केमिकल बेचने वाली दुकान मौजूद हैं। इनका इस्तेमाल मिलावटी मावा तैयार करने में होता है। इनसे मिठाई तैयार होती है, जो पूरे शहर में आपूर्ति होती है। मौजूदा दिनों में इन पर लगाम लगाने में विभाग नाकाम साबित होता दिख रहा है।

इस संबंध में खाद्य अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि त्योहार से पूर्व अभियान चलाकर मिलावटखोरों पर कार्रवाई होती है। दीपावली से पूर्व चलने वाले अभियान का अब तक शासन से आदेश नहीं मिला है। नियमित निरीक्षण हो रहा है। सोमवार से अभियान चलाकर खाद्य सामग्री की जांच होगी।


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