अब नहीं मिलेंगे प्रो कबड्डी के सबसे महंगे टिकट
शहीद विजय ¨सह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के इंडोर स्टेडियम में खेले जा रहे प्रो कबड्डी सीजन-6 में दर्शकों का टोंटा रहा है। आयोजकों ने दर्शकों के टोटा को दूर करने के लिए महंगे टिकट के बिक्री को फिलहाल बंद कर दिया है। अब सिर्फ 500 रूपये के टिकट ही बेचे जा रहे हैं। इससे दर्शकों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि दर्शक 500 रूपये के टिकट को भी महंगा मान कर प्रो कबड्डी के टिकट खरीदने से परहेज कर रहे हैं। प्रो कबड्डी के आयोजक व यूपी योद्धा टीम के स्वामी जीएमआर ग्रुप के पदाधिकारियों ने बताया कि शहीद ¨सह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स व यूपी के होम ग्राउंड पर दर्शकों की संख्या औसत से कम रही है। इस संख्या को बढ़ाने के लिए फिलहाल 2500 रूपये के टिकट की बिक्री रोक दी गई है। आनलाइन व काउंटर से सिर्फ 500 रूपये वाली टिकट ही बेचे जा रहे हैं। जीएमआर ग्रुप
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : शहीद विजय ¨सह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के इंडोर स्टेडियम में खेली जा रही प्रो कबड्डी लीग सीजन-6 में दर्शकों का टोटा रहा है। आयोजकों ने दर्शकों के टोटा को दूर करने के लिए महंगे टिकट के बिक्री को फिलहाल बंद कर दिया है। अब सिर्फ 500 रुपये के टिकट ही बेचे जा रहे हैं। इससे दर्शकों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि दर्शक 500 रुपये के टिकट को भी महंगा मानकर इसे खरीदने से परहेज कर रहे हैं।
प्रो कबड्डी के आयोजक व यूपी योद्धा टीम के स्वामी जीएमआर ग्रुप के पदाधिकारियों ने बताया कि शहीद ¨सह पथिक स्पोर्ट्स कांप्लेक्स पर दर्शकों की संख्या औसत से कम रही है। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए फिलहाल 2500 रुपये के टिकट की बिक्री रोक दी गई है। आनलाइन व काउंटर से सिर्फ 500 रुपये वाले टिकट ही बेचे जा रहे हैं। जीएमआर ग्रुप के पदाधिकारी ने यह भी बताया कि रविवार को दिल्ली का गुजरात के साथ अहम मैच है। दिल्ली एनसीआर में कबड्डी के दीवाने दर्शकों की संख्या अच्छी खासी है। यहां यूपी योद्धा व बंगाल के अलावा दिल्ली दबंग व गुजरात के बीच होने वाले मैच के करीब 90 फीसद टिकट बिक चुके हैं। इससे आयोजकों को उम्मीद है अभी तक दर्शकों के मामले में सन्नाटे के दौर से गुजर रहे स्टेडियम में दर्शकों का साथ मिलेगा। - अब तक करीब 90 फीसद टिकट बिक चुके हैं। दिल्ली व गुजरात के सबसे अधिक टिकट बिके हैं। इससे दर्शकों का टोटा दूर होगा।
-सिद्धार्थ, महाप्रबंधक जीएमआर ग्रुप