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वित्त मंत्री के सामने रखे हस्तशिल्प उद्योग से जुड़ी कई मांगें

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा राज्यसभा सदस्य सैयद जफर इस्लाम के नेतृत्व में हस्तशिल्प निर्यातक

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 08:52 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 08:52 PM (IST)
वित्त मंत्री के सामने रखे हस्तशिल्प उद्योग से जुड़ी कई मांगें
वित्त मंत्री के सामने रखे हस्तशिल्प उद्योग से जुड़ी कई मांगें

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :

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राज्यसभा सदस्य सैयद जफर इस्लाम के नेतृत्व में हस्तशिल्प निर्यातकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। इसमें हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष राजकुमार मल्होत्रा भी उपस्थित रहे। प्रतिनिधिमंडल ने हस्तशिल्प क्षेत्र (डीएफआइसी) के लिए आवश्यक उपकरणों और ट्रिमिग्स के शुल्क मुक्त आयात की बहाली, जोखिम वाले निर्यातकों पर से आइईसी अलर्ट हटाने, विशेष रूप से हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए निर्यात उत्पादों (आरओडीटीईपी) की दरों पर शुल्क और करों की छूट समेत विभिन्न मुद्दों को उठाया। साथ ही हाल ही में घोषित आरओडीटीईपी दरों पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर ईपीसीएच के महानिदेशक डा. राकेश कुमार व मुरादाबाद हस्तशिल्प निर्यातक संघ महासचिव अवधेश अग्रवाल भी मौजूद रहे। राजकुमार मल्होत्रा ने बताया कि वित्त मंत्री ने सभी मुद्दों को सुना और भरोसा दिया कि बैठक के सकारात्मक परिणाम आएंगे।

राजकुमार ने बताया कि विभिन्न हस्तशिल्प उत्पाद श्रेणियों के लिए हाल ही में घोषित आरओडीटीईपी दरों का औसत लगभग 0.7 फीसद है। इन दरों की घोषणा के बाद से हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए दरों पर दोबारा विचार की व्यापक मांग उठ रही है। डा. राकेश कुमार ने कहा कि शुल्क मुक्त आयात के प्रविधान ने हस्तशिल्प निर्यातकों को अपने उत्पादों को उच्च बनाने के लिए वस्तुओं की जैसे लाइटिग और लैंप, फैशन के आभूषण, लकड़ी के हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों को आयात करने को प्रोत्साहित किया है। मुरादाबाद, जयपुर, जोधपुर, सहारनपुर और अन्य शिल्प समूहों के हस्तशिल्प निर्यातकों द्वारा नियमित रूप से लीक से हटकर और नई वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है। यह हस्तशिल्प के निर्यातकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अवधेश अग्रवाल ने जोखिम भरे निर्यातकों के संबंध में मामला उठाया और एनालिटिक्स एंड रिस्क मैनेजमेंट महानिदेशालय (डीजीएआरएम) से निर्यातकों को उनका जीएसटी रिफंड प्राप्त करने में मदद करने की मांग की। उन्होंने एमईआइएस के तहत अवरुद्ध धन से संबंधित मुद्दा भी उठाया। डा. राकेश ने वित्त मंत्री को 52वें आइएचजीएफ दिल्ली मेला-आटम, 2021 के लिए निमंत्रण भी दिया। यह मेला 28-31 अक्टूबर इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में होगा।


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