प्रदूषण में आई हल्की गिरावट, खतरा बरकरार
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शहर की आबोहवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। हालांकि, इसमें
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शहर की आबोहवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। हालांकि, इसमें मंगलवार की अपेक्षा हल्की गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पर प्रदूषण 400 का आंकड़ा पार कर गया था। वहीं, बुधवार सुबह यह 394 एसपीएम दर्ज किया गया, जबकि शाम तक इसमें और गिरावट आई और एक्यूआई 383 पर आ गया। वायु गुणवत्ता के लिहाज से प्रदूषण का यह स्तर अत्यंत खराब माना जाता है। मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को शहर में धुंध का प्रकोप भी कम रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो जब तक हवाएं नहीं चलेंगी तब तक प्रदूषण में कोई खास कमी नहीं आएगी। उल्लेखनीय है कि शहर की आबोहवा में प्रदूषण पिछले एक सप्ताह से दिनोंदिन बढ़ रहा था, जो बीते मंगलवार को अब तक के उच्चतम स्तर (410 एसपीएम) पर पहुंच गया था। बुधवार को हानिकारक पीएम 2.5 की मात्रा अधिकतम 425 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर जबकि पीएम-10 की अधिकतम मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। प्रदूषण को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नींद टूटी है और सीईओ नरेंद्र भूषण ने विभिन्न विभागों को स्मॉग से निपटने के लिए विभिन्न दिशानिर्देश दिए हैं।
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इन विभागों को दिए निर्देश :
प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने दिनोंदिन बढ़ते स्मॉग को कम करने के लिए उप महाप्रबंधक (उद्योग), उप महाप्रबंधक (नियोजन), नगर नियोजक व वरिष्ठ प्रबंधक (स्वास्थ्य) को विभिन्न निर्देश दिए हैं। इसके तहत हॉट मिक्स प्लांट एक नवंबर के बाद से अग्रिम आदेश तक बंद रहेंगे। धूल वाली सड़कों व कच्चे मार्गों पर विशेष अभियान चलाते हुए पानी का छिड़काव कराया जाएगा। सभी मुख्य मार्गों पर धूल से निजात पाने के लिए नियमित रूप से सफाई कराई जाए। लैंडफिल साइट से कूड़ा जलाए जाने पर बड़ा जुर्माना लगाया जाए और कूड़ा जलाने की घटनाओं पर हर हाल में रोक लगाई जाए।