बेटी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर दंपति से की दोस्ती, ठग लिए 77.39 लाख
सेक्टर 20 में रहने वाले एक दंपती से सिलीगुड़ी और मुम्बई स्थित होटल के कारोबार में पार्टनर बना कर ठगों ने 77.39 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपित दंपती की बेटी को दिल्ली जल बोर्ड में जूनियर स्टेनो की नौकरी दिलाने का झांसा देकर दोस्ती किए थे। इसके बाद होटल कारोबार में पार्टनर बना कर रुपये ले लिए। पीड़ित ने जिला अदालत के आदेश पर कोतवाली सेक्टर 20 में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर 20 में रहने वाले एक दंपती से सिलीगुड़ी और मुम्बई स्थित होटल के कारोबार में पार्टनर बनाकर ठगों ने 77.39 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपित दंपती की बेटी को दिल्ली जल बोर्ड में जूनियर स्टेनो की नौकरी दिलाने का झांसा देकर दोस्ती की थी। इसके बाद होटल कारोबार में पार्टनर बना कर रुपये ले लिए। पीड़ित ने जिला अदालत के आदेश पर कोतवाली सेक्टर 20 में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सेक्टर 20 में धर्मेंद्र सिंह परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पत्नी सरिता देवी का कहना है कि उनकी बेटी ने 2017 में डीएसएसबी की परीक्षा दी थी। दो जून 2018 को एक अनजान व्यक्ति की कॉल आई। उसने अपना नाम अमन चौधरी निवासी बुराड़ी दिल्ली बताते हुए खुद को दिल्ली जल बोर्ड का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि उनकी बेटी का जूनियर स्टेनो के पद पर चयन हो गया है। उनके घर का पता नहीं मिलने के कारण कॉल लेटर वापस लौट आया है। आरोपित ने ईमेल से कॉल लेटर भेजा। जिसमें जल बोर्ड के निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर थे। आरोपितों ने सिक्योरिटी के नाम पर एक लाख रुपये भी ले लिए। 12 जून को बेटी को ऑफिस ज्वाइन करने के लिए कहा गया, लेकिन आरोपितों ने कॉल कर कहा कि दिल्ली सरकार ने नियुक्ति पर रोक लगा दी है।
सरिता का कहना है कि इसी बीच अमन ने उनके परिवार से नजदीकी बढ़ा ली और एक दिन वह सलोनी, रमन चौधरी व ओमवती के साथ उनके घर आया। अमन ने सलोनी को पत्नी और रमन व ओमवती को माता-पिता बताया। उसने बताया कि वे होटल का कारोबार करते हैं। इसके लिए उन्हें रुपये की जरूरत है और वे बुराड़ी में स्थित अपने प्लाट को बेचना चाहते हैं। आरोपितों उन्हें प्लाट खरीदने और होटल में पार्टनर बनने के लिए तैयार कर लिया। इसके बाद कई बार में उनसे 77 लाख 39 हजार रुपये ले लिए। आरोपित 21 नवंबर 2018 को उन्हें लेकर मुम्बई चले गए और एक माह बाद तीन जनवरी को वापस लौटे। उन पर शक होने पर जानकारी करने पर पाया कि आरोपित होटल का कारोबार नहीं करते हैं और उनके पास प्लाट भी नहीं है। कोतवाली इंस्पेक्टर राजबीर सिंह चौहान का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पीड़ित के आरोपों की जांच की जा रही है।