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तूफान ने दौ सौ से अधिक मकान धराशायी किए

शहर में आए तूफान और ओलावृष्टि ने काफी तबाही मचाई है। ग्रेटर नोएडा के कई गांवों में दौ सौ से अधिक मकान धराशायी हो गए। जिनमें सैकड़ों लोग चोटिल भी हुए है। जिनका उपचार नजदीकी अस्पतालों में चल रहा है। दो दर्जन से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ग्रेटर नोएडा के अलीवर्दीपुर व दादरी के छपरौला गांव, गिरधरपुर के पास बनी कॉलोनी व बिसरख गांव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 08:09 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 08:09 PM (IST)
तूफान ने दौ सौ से अधिक मकान धराशायी किए
तूफान ने दौ सौ से अधिक मकान धराशायी किए

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शहर में आए तूफान और ओलावृष्टि ने काफी तबाही मचाई है। ग्रेटर नोएडा के कई गांवों में दौ सौ से अधिक मकान धराशायी हो गए। जिनमें सैकड़ों लोग चोटिल हुए हैं। जिनका उपचार नजदीकी अस्पतालों में चल रहा है। दो दर्जन से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ग्रेटर नोएडा के अलीवर्दीपुर व दादरी के छपरौला गांव, गिरधरपुर के पास बनी कॉलोनी व बिसरख गांव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अलीवर्दीपुर गांव के समीप डूब क्षेत्र में बसी कॉलोनी में सैकड़ों से अधिक मकान धराशायी हुए है। प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक ही अलीवर्दीपुर में 124 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। जिसमें दादरी क्षेत्र के छपरौला गांव में छह मकान धराशायी हो गए, 18 मकान व दीवार आशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। गिरधरपुर गांव में चार मकान धराशायी हुए है, जबकि 40 मकान आशिक रूप से क्षतिग्रस्त है। ग्रेनो वेस्ट के बिसरख गांव में एक दर्जन मकानों समेत कई अन्य गांवों में तूफान की चपेट में आने से मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। लोगों ने खुले आसमान के नीचे गुजारी रात

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बृहस्पतिवार की देर शाम बरसात के बाद हवा के तेज बवंडर ने चारों तरफ हाहाकार मचा दिया था। ग्रामीणों के मुताबिक मकान ताश के पत्तों की तरह ढहते चले गए। हादसा हो जाने के बाद लोग जहां चीख-पुकार के बीच घायल लोगों को भर्ती कराने नजदीकी अस्पतालों की तरफ दौड़े। वहीं घरौंदा तहस-नहस हो जाने के बाद लोगों को पूरी रात खुले-आसमान के नीचे गुजारनी पड़ी। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों व बुजुर्गों को हुई। शुक्रवार को लोगों के चेहरे पर बेबसी साफ झलक रही थी। बच्चों को नसीब तक नहीं हुआ खाना

ग्रेटर नोएडा के अलीवर्दीपुर गांव में स्थिति सबसे ज्यादा भयावह थी। यहां सैकड़ों मकान धराशायी हो गए। करीब दो दर्जन से अधिक लोग चोटिल हुए है। जिनका नजदीकी अस्पतालों में ईलाज चल रहा है। शुक्रवार को लोग मकान के मलबों से सामान को निकालते रहे। लोगों को खाना नसीब तक नहीं हुआ। बच्चे भूख-प्यास से बिलखते दिखे। प्रशासनिक स्तर से लोगों को राहत देने जैसी कोई व्यवस्था नहीं की हुई थी। जिससे लोगों में आक्रोश है। हालांकि सूचना मिलने के बाद एसडीएम दादरी समेत पुलिस के आलाअधिकारी देर रात ही मौके पर पहुंच गए थे। जिसके बाद प्रशासन ने प्रशासनिक टीम भेजकर क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे भी कराया है। हरनंदी के डूब क्षेत्र में बसी थी अवैध कॉलोनी

ग्रेटर नोएडा के अलीवर्दीपुर गांव में हरनंदी के डूब क्षेत्र में कई अवैध कॉलोनियां बसी हुई हैं। बृहस्पतिवार को हुई तेज बारिश के बाद आए तूफान व हवा के बवंडर से इन कॉलोनी में सौ से अधिक मकान गिरे। अधिकारियों के मुताबिक 18 मकान पूरी तरह ध्वस्त हुए है, जबकि 106 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त है। उस्मान नाम के व्यक्ति की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है। जिसे चिकित्सकों ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। इसके अलावा दादरी के छपरौला व गिरधरपुर स्थित सूर्या सिटी समेत विभिन्न कॉलोनियों में 60 लोग चोटिल हुए है। हालांकि प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार इन मकानों में पांच लोग घायल हुए है। जिसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। जिसका ईलाज गाजियाबाद के निजी अस्पताल में चल रहा है। अलीवर्दीपुर की कॉलोनी में अखिलेश, खुशीराम, गीता, अजरुद्दीन, दिनेश, फिरोज, सलमान, जहांगीर, गौरव, श्योदान ¨सह निवासी मथुरा, जितेंद्र आदि के मकान गिरे। वहीं, फर्रुखाबाद निवासी खुशीराम, अजरुद्दीन, शकील, शेखर, राजुद्दीन, रेशमा, नजराना, निशा, परवीन, कासिम, मेहरु, नूरबानो आदि घायल हुए है। -सूचना मिलने के बाद पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई थी। घायलों को देर रात अस्पताल भर्ती कराया गया। शुक्रवार को भी प्रशासन की टीम हादसों के स्थानों पर जायजा लेने में जुटी रही।

अंजनी कुमार, एसडीएम दादरी


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