फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, रिक्शा चालक के खाते में मंगाते थे ठगी की रकम
तनु राज निवासी सेक्टर 143 ग्रेटर नोएडा व अभिषेक पाल निवासी फरीदाबाद हरियाणा के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने चार लाख चालीस हजार नकद दो लैपटॉप सात मोबाइल एटीएम कार्ड कॉल स्पीच की पांच प्रति नामों की लिस्ट एक मुहर प्रिटर ऑफिस एग्रीमेंट व दो इलेक्ट्रिक वायर बरामद किया है। गिरोह का सरगना प्रवीण मिश्रा बीए पास है। अंग्रेजी में उसने बीए किया हुआ है। जबकि शांतनु एमबीए अभिषेक व ऋषभ 12वीं पास है। गिरोह में कई अन्य सदस्य शामिल है। गिरोह के सदस्य साइन डॉट कॉम से डाटा चुराते थे। इसके बाद लोगों को फोन कर अपने जाल में फंसाते थे।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित सेक्टर 142 के कॉरपोरेट पार्क में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। नामी एयरलाइंस इंडिगो, विस्तारा, गो एयर सहित कई अन्य में नौकरी लगवाने का झांसा देकर आरोपित ठगी करते थे। ठग गिरोह का सरगना बीए पास है। गिरोह में एमबीए पास सहित कई अन्य डिग्री होल्डर शामिल है। खास बात है कि आरोपितों ने पुलिस से बचने के लिए रिक्शा चालक का बैंक में खाता खुलवा दिया था। आरोपित ठगी की रकम को रिक्शा चालक के खाते में मंगवाते थे। जिससे कि वह पुलिस के पकड़ में न आ सकें। पुलिस ने चारों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया। वहां से चारों को जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि सूरजपुर कोतवाली प्रभारी जितेंद्र सिंह दीखित की टीम को फर्जी कॉल सेंटर संचालित होने के संबंध में सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर सेक्टर 144 चौकी प्रभारी रविद्र गौतम ने कारपोरेट पार्क में छापेमारी कर मौके से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों की पहचान प्रवीण मिश्रा, ऋषभ, शांतनु राज निवासी सेक्टर 143 ग्रेटर नोएडा व अभिषेक पाल निवासी फरीदाबाद हरियाणा के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने चार लाख चालीस हजार नकद, दो लैपटॉप, सात मोबाइल, डेबिट कार्ड, कॉल स्पीच की पांच प्रति, नामों की लिस्ट, एक मुहर, प्रिटर, ऑफिस एग्रीमेंट व दो इलेक्ट्रिक वायर बरामद किया है। गिरोह का सरगना प्रवीण मिश्रा बीए पास है। उसने अंग्रेजी में बीए किया हुआ है। जबकि शांतनु एमबीए, अभिषेक व ऋषभ 12वीं पास है। गिरोह में कई अन्य सदस्य शामिल है। गिरोह के सदस्य साइन डॉट कॉम से डाटा चुराते थे। इसके बाद लोगों को फोन कर अपने जाल में फंसाते थे। चेन्नई के व्यक्ति को जाल में फंसा रहे थे : पुलिस ने जब फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा तो आरोपित फोन पर चेन्नई के एक व्यक्ति से बात कर रहे थे। उससे पचास हजार की ठगी आरोपित करने वाले थे। आरोपितों ने इसके लिए उसे बैंक खाते की डिटेल दे दी थी। यदि पुलिस थोड़ा देर कर देते तो एक और व्यक्ति ठगी का शिकार हो जाता। मेंटिनेंस विभाग में लगेगी नौकरी : आरोपित जब भी किसी व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाते थे तो कहते थे कि वह पीड़ित की नौकरी नामी एयरलाइंस कंपनी के मेंटिनेंस विभाग में लगवाएंगे। पीड़ित आरोपितों के झांसे में आ जाते थे और रकम खाते में भेज देते थे। रिक्शा चालक को नहीं बनाया आरोपित : पुलिस ने मामले में रिक्शा चालक को आरोपित नहीं बनाया है। पुलिस का कहना है कि रिक्शा चालक ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। इसका फायदा आरोपितों ने उठाया और उसका खाता बैंक में खुलवा दिया। रिक्शा चालक से पुलिस पूछताछ कर रही है। सैकड़ों से कर चुके है ठगी :
फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपित पिछले लंबे समय से ठगी का कारोबार कर रहे थे। आरोपित सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके है। लंबे समय से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर में लोगों को नौकरी पर भी रखा जाता था।