इंडस फूड- फल निर्यात में भारत का व्यापार पहुंचा चार हजार करोड़ रुपये
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा फूड निर्यात के क्षेत्र में भारत का व्यापार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रह
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा
फूड निर्यात के क्षेत्र में भारत का व्यापार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मौजूदा समय में चार हजार करोड़ रुपये से अधिक के फल विभिन्न देशों में निर्यात किये जाते है। निर्यात का यह दायरा आने वाले समय में और बढ़ेगा। जिसका प्रमुख कारण देश में पैदा होने वाले फलों की अच्छी गुणवत्ता है।
ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में ट्रेड प्रमोशन काउंसिल आफ इंडिया के तत्वावधान में दो दिवसीय इंडस फूड प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी में फूड प्रोसे¨सग की पांच सौ अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। प्रदर्शनी में एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडेक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी(एपीडा) के द्वारा स्टाल लगाया गया है। एपीडा के जनरल मैनेजर डा. तरुण बजाज ने बताया किसानों को गुणवत्ता पूर्ण फल उत्पादन की जानकारी देने के लिए एपीडा द्वारा लगातार प्रयास किए जाते हैं। फल में होने वाले मुनाफे को देखते हुए किसानों को फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया। फल उत्पादन के क्षेत्र में किसानों ने मेहनत की है। देश से लगभग चार हजार करोड़ रुपये के फलों का निर्यात प्रतिवर्ष किया जाता है। विशेष रूप से देश से सेब, केला, अंगूर, अनार व आम का निर्यात होता है। सबसे अधिक निर्यात अंगूर का होता है। लगभग 1500 से 1700 करोड़ रुपये के अंगूर प्रतिवर्ष निर्यात किया जाता है। 500 करोड़ रुपये के आम 100 करोड़ के केले व 300 करोड़ रुपये के अनार का निर्यात प्रतिवर्ष होता है। ईरान, साउथ कोरिया, कनाडा सहित अन्य देशों में अब निर्यात की मांग बढ़ रही है। ईरान व साउथ कोरिया में आम, कनाडा में अंगूर व अमेरिका में भारतीय अनार की मांग बढ़ रही है।