भारत आने वाले दस वर्षो में कुल उर्जा का 50 फीसद हिस्सा सौर उर्जा से करेगा प्राप्त
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा भारत में आने वाले समय में अक्षय उर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इसमें सबसे अहम योगदान सौर उर्जा का रहेगा। इसके लिए भारत सरकार भी काफी प्रयास कर रही है। आने वाले दस वर्षों में कुल उर्जा का 50 फीसद हिस्सा सौर उर्जा से हासिल कर लेगा। ये बातें भारत में इंफॉर्मा मार्केट्स के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने दैनिक जागरण से हुई बातचीत के दौरान कहीं।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : भारत में आने वाले समय में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इसमें सबसे अहम योगदान सौर ऊर्जा का रहेगा। इसके लिए भारत सरकार भी काफी प्रयास कर रही है। आने वाले दस वर्षों में कुल ऊर्जा का 50 फीसद हिस्सा सौर ऊर्जा से हासिल कर लेगा। ये बातें भारत में इंफॉर्मा मार्केट्स के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने दैनिक जागरण से हुई बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि इस तरह के एक्सपो से देश को काफी फायदा हुआ है। यह एक्सपो हम पिछले पांच वर्षों से करा रहे हैं। इससे पहले अक्षय ऊर्जा का उत्पादन देश में 400 गीगावॉट था, जो अब बढ़कर करीब 500 गीगावॉट हो चुका है। कह सकते हैं कि एक्सपो शुरू होने के बाद हमने 100 गीगावाट अक्षय ऊर्जा का अधिक उत्पादन किया है। इसमें सबसे अधिक योगदान सौर ऊर्जा का है। इसके सिस्टम को आसानी से लगाया जा सकता है और अन्य स्रोतों के मुकाबले यह काफी सस्ता भी पड़ता है। इसे लोग अपने घरों के छत से लेकर आंगन आदि में लगा सकते हैं। भारत में सूर्य की रोशनी की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है।
योगेश मुद्रास ने बताया कि देश में अभी कुल एनर्जी का 15 फीसद अक्षय ऊर्जा से उत्पादन हो रहा है। सरकार का भी अधिक ध्यान सौर ऊर्जा पर ही है। इससे बिजली की दर दो रुपये प्रति यूनिट पड़ती है, जो काफी सस्ता विकल्प है। इसको लेकर अभी लोगों में जानकारी का काफी अभाव है। उनको यह नहीं पता कि सोलर पैनल खरीदने पर सरकार की तरफ से 40 फीसद की सब्सिडी मिलती है। सौर ऊर्जा को लेकर अगर लोगों में चेतना आ जाए तो अगले दस वर्षों में भारत कुल ऊर्जा का 50 फीसद हिस्सा सौर ऊर्जा से प्राप्त कर लेगा।