यादव सिंह से 150 करोड़ रुपये वसूलेगा आयकर विभाग
तीनों प्राधिकरण के पूर्व इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह से आयकर करीब 150 करोड़ रुपये की वसूली करेगा। इसके लिए विभाग की ओर से उनकी संपत्ति का आकलन करना शुरू कर दिया है। हालांकि विभाग ने वर्ष 2009 से 2016 तक ही उनकी संपत्तियों का असेसमेंट किया है। इसमें 136.09 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी आंकी गई है जिसमें 11 करोड़ रुपये ब्याज लगाया है। इसमें उसकी सभी चल-अचल संपत्तियों का मूल्यांकन किया जाएगा लेकिन 2016 से 2019 तक का भी असेसमेंट किया जाना बाकी है जिसमें उनकी टैक्स रिटर्न फाइल को भी चेक किया जाएगा। इसके बाद उसका ब्याज व पेनल्टी इसमें शामिल होगी।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
तीनों प्राधिकरण के पूर्व इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह से आयकर विभाग करीब 150 करोड़ रुपये की वसूली करेगा। इसके लिए विभाग की ओर से उनकी संपत्ति का आकलन करना शुरू कर दिया है। हालांकि विभाग ने वर्ष 2009 से 2016 तक ही उनकी संपत्तियों का असेसमेंट किया है। इसमें 136.09 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी आंकी गई है, जिसमें 11 करोड़ रुपये ब्याज लगाया है। इसमें उसकी सभी चल-अचल संपत्तियों का मूल्यांकन किया जाएगा, लेकिन 2016 से 2019 तक का भी असेसमेंट किया जाना बाकी है, जिसमें उनकी टैक्स रिटर्न फाइल को भी चेक किया जाएगा। इसके बाद उसका ब्याज व पेनल्टी इसमें शामिल होगी।
सूत्रों के मुताबिक यादव सिंह पर आयकर विभाग ने वर्ष 2014 में सर्च किया था, जिसमें उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति जुटाने, बेनामी संपत्ति बनाने की कार्रवाई शामिल थी, लेकिन मामला चूंकि बसपा सरकार से जुड़ा था, लिहाजा इसमें सीबीआइ, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से भी जांच शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई में उनकी तमाम संपत्तियों को अटैच कर दिया गया है, जो आज भी ईडी के कब्जे में है, लेकिन आय का असेसमेंट कानपुर स्थित सेंट्रल विग की ओर से किया जा रहा था। पिछले दिनों जांच को डिसेंट्रलाइज्ड करके इसे नोएडा स्थित कार्यालय पर वापस भेज दिया गया है। यहां रिकवरी टीम की ओर से अब असेसमेंट के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इनमें उन संपत्तियों का ब्योरा नहीं जुटाया जाएगा, जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर लिया है। कार्रवाई में सेक्टर-27 स्थित घर, सेक्टर-51 स्थित निवास, बैंक में जमा पैसा, फिक्स्ड डिपोजिट के अलावा एनसीआर में उनकी संपत्तियों को भी खंगाला जाएगा। जानकारी के मुताबिक यादव सिंह व उसके परिजनों की अधिकतर संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है। ऐसे में आयकर किस तरह अपने रिटर्न की वसूली करेगा, चूंकि जो संपत्तियां जानकारी में आ रही हैं उनकी कीमत काफी कम है। हालांकि अभी अन्य जानकारी आनी बाकी है। इसका इंतजार अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है।