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मुरादाबाद में कोयले की जगह गैस से चलेंगे संयंत्र

हस्तशिल्प मेले में शुक्रवार को मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन पहुंचे। यहां उन्होंने मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपो‌र्ट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में हस्तशिल्प से जुड़ी हुई कोयले पर आधारित कई संयंत्र हैं। इनमें से कई एनजीटी और प्रदूषण विभाग की सख्ती के चलते बंद हो चुकी हैं। केंद्र सरकार का इस पर सकारात्मक रुख है। इनको जल्द ही कोयले की जगह गैस से चलाया जाएगा। इससे छोटे उद्योगों को काफी फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुरादाबाद से मुरादाबाद हस्तशिल्प निर्यात के क्षेत्र में काफी आगे है। इसके पीछे की वजह वहां के उद्यमियों ने समय के साथ खुद को ढाल लिया है। जीएसटी के लागू होने से इस उद्योग को

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 07:37 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 06:13 AM (IST)
मुरादाबाद में कोयले की जगह गैस से चलेंगे संयंत्र
मुरादाबाद में कोयले की जगह गैस से चलेंगे संयंत्र

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : हस्तशिल्प मेले में शुक्रवार को मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन पहुंचे। यहां उन्होंने मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपो‌र्ट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में हस्तशिल्प से जुड़ी हुई कोयले पर आधारित कई इकाइयां हैं। इनमें से कई एनजीटी और प्रदूषण विभाग की सख्ती के चलते बंद हो चुकी हैं। केंद्र सरकार का इस पर सकारात्मक रुख है। इनको जल्द ही कोयले की जगह गैस से चलाया जाएगा। इससे छोटे उद्योगों को काफी फायदा मिलेगा।

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उन्होंने कहा कि मुरादाबाद हस्तशिल्प निर्यात के क्षेत्र में काफी आगे है। इसके पीछे की वजह वहां के उद्यमियों ने समय के साथ खुद को ढाल लिया है। जीएसटी के लागू होने से इस उद्योग को काफी नुकसान हुआ है। पहले जहां प्रति वर्ष 16 हजार करोड़ रुपये का निर्यात होता था। वह अब घटकर पांच हजार करोड़ रुपये रह गया है। सरकार को जीएसटी का उद्यमियों को 1100 करोड़ रुपये वापस करना है लेकिन अभी तक नहीं कर पाई है। व्यापार करने के लिए उद्यमियों ने बैंकों से लोन लिया था। जीएसटी की राशि न मिलने से लोन नहीं चुका पा रहे हैं। हस्तशिल्प में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का मूल्य स्थिर नहीं रहता। इसका सीधा असर उद्यमियों पर पड़ता है। सरकार को कच्चे माल के मूल्य पर तीन महीने की गारंटी देनी चाहिए। सरकार को हस्तशिल्प निर्यात में अधिक छूट देनी चाहिए। इसके बिना चीन से प्रतिस्पर्धा नहीं की जा सकती। उद्यमियों से हुई बैठक में एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने उद्योग में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की बात कही। इसे सांसद ने सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया।


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