पढ़ने की उम्र की बाधा को IGNOU कर रहा खत्म, 50 से 70 साल की उम्र के 20 प्रतिशत छात्र
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) शिक्षा में उम्र के बंधन को तोड़ रहा है। 50 से 70 वर्ष की आयु के छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
चेतना राठौर, नोएडा। पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है और किताबों से सच्चा और अच्छा कोई मित्र नहीं होता है यह दोनों बातें अक्सर सुनी होगी। इन लाइनों को इग्नू में अध्ययनरत लोग सही साबित कर रहे हैं। 50 से 70 साल की उम्र में लोग कई डिग्री हासिल करने के लिए इग्नू केंद्र में कक्षाएं ले रहे हैं।
नोएडा इग्नू अध्ययन केंद्र में कुल चार हजार छात्र रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 20 प्रतिशत पढ़ाई करने वाले 50 से अधिक उम्र के लोग हैं। इन लोगों का कहना है कि पढ़ाई से अकेलापन तो दूर होता ही साथ ही नालेज भी बढ़ रही है।
बता दें कि जिले में इग्नू के दो केंद्र संचालित किए जाते हैं। इन केंद्रों में हजारों की संख्या में हर साल छात्र उत्तीर्ण होकर अपनी डिग्री पूरी कर रहे हैं। ये लोग पढ़ाई नौकरी पाने के लिए नहीं कर रहे हैं बल्कि अपने को जमाने के साथ अपडेट रखने के लिए और स्वयं को अकेलापन दूर करने के लिए कर रहे हैं। ये छात्र शासन,प्रशासन और एमएनसी कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत होने के बाद भी कलम और पुस्तकों को थामे हुए हैं।
इग्नू से ऑपरेशन मैनेजर से एमबीए कर रहा हूं। पढ़ाई की उम्र नहीं होती है लर्निंग प्रोसेस हमेशा चलती रहना चाहिए। कंपनी अच्छी पोस्ट पर रहने के बाद भी लगता है और नालेज की जरूरत है पढ़ने से ही नालेज को बढ़ाया जा सकता है। इसलिए पढ़ाई कर रहा हूं।
अर्पित नामदेव, सीनियर मैनेजर, कॉरपोरेट एचएसई, गेल
मैं इग्नू से सोशल वर्क से एमए कर रही हूं। मुझे लगता है स्वयं को व्यस्त रखने के किताबें ही एक अच्छा माध्यम है। मैं एनजीओ के साथ मिलकर कई बार सोशल एक्टिविटी करती रहती हूं। लगता है जो काम करे उसके ठीक से क्यों न किया जाए। इसलिए 50 साल की उम्र में भी पढ़ स्वयं को सामाजिक कार्यों में शिक्षित कर रही हूं।
प्रज्ञा जोशी,सीनियर फाइनेंस आफिसर,पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
मैं इग्नू से इतिहास से एमए कर रही हूं। स्कूल में सोशल साइंस विषय की टीचर हूं। बच्चों को पढ़ाने के लिए स्वयं को अपडेट रखने ऐ लिए स्वयं भी पढ़ रही हूं। उम्र या एक्सपीरियंस के आधार पर प्रमोट होने के बजाए चाहती हूं कि मुझे मेरी नॉलेज के आधार पर प्रमोशन मिले।
अनुपमा अग्निहोत्री, शासकीय, शिक्षक
इग्नू किसी भी उम्र के लोगों को पढ़ाई करने से नहीं रोकता है। अधिक उम्र के छात्र और उच्च पद पर कार्यरत लोग इग्नू से कई डिग्री कर रहे हैं। और हर साल हजारों छात्र उत्तीर्ण करते हैं।
डा.मंजू शुक्ला, हिंदी विभागाध्यक्ष, डिग्री कालेज, कार्यक्रम समन्वयक, इग्नू केंद्र नोएडा

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