संगोष्ठी के जरिए बताया कि घर में कैसे किया जाए कचरे का निस्तारण
नोएडा प्राधिकरण शहर में कूड़े की समस्या को लेकर लगातार प्रयोग व कार्य कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
नोएडा प्राधिकरण शहर में कूड़े की समस्या को लेकर लगातार प्रयोग व कार्य कर रही हैं। शहर को स्वस्थ्य व स्वच्छ बनाने के लिए कूड़े का निस्तारण किया जा रहा हैं। वहीं अब लोगों को यह भी बताया जा रहा हैं की वह किस तरह अपने घर पर ही अपने कूड़े का निस्तारण कर सकते हैं। आपको बाते दें कि नोएडा प्राधिकरण ने इस प्रयोग को लोगों तक पहुंचाने के लिए आज एक संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें अलग-अलग शहरों से आए वक्ताओं ने अपनी प्रस्तुति दी। संगोष्ठी में प्राधिकरण के विशेष कार्यधिकारी राजेश सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक एससी मिश्रा, उद्यान विभाग के उपमहाप्रबंधक एसके गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।
सेक्टर-6 स्थित इन्दिरा गांधी कला केंद्र में नोएडा प्राधिकरण द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों को बताया गया कि घरेलू/सामुदायिक स्तर पर जनित गीले और सूखे कूड़े का निस्तारण कैसे किया जाए।
नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्यधिकारी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि यह कार्यक्रम लोगों को जागरूक करने के लिए किया गया है। अब समय आ गया है कि लोग खुद जागरूक हो, जिससे नोएडा को एक स्वच्छ शहर बनाया जा सके। संगोष्ठी के कार्यक्रम में 250 से ज्यादा लोगों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में बच्चों ने नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक किया। इस कार्यक्रम में नोएडा के 250 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। साथ ही नोएडा के सभी आरडब्लूए के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस संगोष्ठी में सभी पदाधिकारियों ने प्रवक्ताओं से प्रश्न किए, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। गीला और सूखा कूड़ा डाला जाए अलग डस्टबिन में
शहर में लोग अभी भी गीला और सूखा कूड़ा एक ही डस्टबिन में डाल देते है, जिससे कूड़े को कम्पोस्ट करने में बहुत दिक्कत आती है। जनता को जागरूक करने के लिए ही यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। आपको बता दें की नोएडा प्राधिकरण कूड़े के समाधान करने लिए लगातार कार्य कर रहा है। प्राधिकरण की ओर से किए जा रहे प्रयास
प्राधिकरण नोएडा ने दो स्थानों पर नवीनतम तकनीकि से कम्पोस्ट खाद बनाने की शुरुआत की है। जिसके लिए एक स्थान वाईआरएफ प्रथम पार्क (सेक्टर-15ए) एवं दूसरा स्थान सेक्टर-8 विभागीय पौधशाला को चुना गया है। इन दोनों स्थानों पर कम्पोस्ट खाद बनाने की अलग-अलग तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा। इन दोनों तकनीकों में पर्यावरण के अनुकूल ऐरोबिक तकनीकि का प्रयोग किया जाएगा, जिसमें न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन होगा। इस पहल के लिए प्राधिकरण ने बैलेंसिग पिट नामक एक सामाजिक संगठन को जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा गाय के मल व गौ-मूत्र के जरिए भी कंपोस्ट बनाने की तकनीक पर भी कार्य किया जा रहा है। इस दिशा में चल रहा काम
-जून तक डोर-डोर कचरा उठाने का कार्य।
-कूड़ा घरों को समाप्त कर वहां कांपेक्टर लगाने का कार्य।
-सेक्टर-54 में जमा कचरे का निस्तारण।
-सीएसआर के तहत शहर के 1500 प्वाइंट को साफ करने का कार्य इत्यादि किया जा रहा है।