होम आइसोलेट मरीजों की नहीं होगी दोबारा कोरोना जांच
जागरण संवाददाता नोएडा शासन की ओर से जिले में कोरोना संक्रमित एसिम्टोमैटिक (बिना लक्षण व
जागरण संवाददाता, नोएडा: शासन की ओर से जिले में कोरोना संक्रमित एसिम्टोमैटिक (बिना लक्षण वाले) मरीजों के लिए होम आइसोलेट रहने की सुविधा शुरू की है। करीब 10 दिन बाद दूसरी जांच नेगेटिव आने के बाद ही मरीजों को कोरोना नेगेटिव घोषित किया जाता है, लेकिन अब होम आइसोलेट हुए कोरोना मरीजों के आइसोलेशन का समय पूरा होने पर दोबारा जांच नहीं कराई जाएगी।
होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी डॉ. ललित कुमार ने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मरीज जब दस दिन होम आइसोलेट रह कर स्वस्थ हो जाएगा और दस दिनों के बाद तथा तीन दिन पहले यदि बुखार नहीं आता है, तो अगले सात दिनों तक उसे घर पर ही रखा जाता है। स्क्रीनिग के पश्चात ही कोरोना मुक्त घोषित किया जाता है। ऐसे लोगों के दोबारा कोरोना जांच की आवश्यकता नहीं है। अभी होम आइसोलेशन के दौरान अगर मरीज को सांस लेने में कठिनाई, शरीर में ऑक्सीजन की कमी, सीने में लगातार दर्द, भारीपन होना, मानसिक भ्रम, बोलने में समस्या, चेहरे या किसी अंग में कमजोरी, होठों या चेहरे पर नीलापन जैसे लक्षण दिखते हैं तो तत्काल मदद की जाती है।
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अब तक 213 लोग हो चुके हैं होम आइसोलेट:
जिले में होम आइसोलेशन की प्रक्रिया आरंभ होने के बाद अब तक 213 लोग को होम आइसोलेट किया जा चुका है। इनमें 67 लोग अपनी 10 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं। वहीं 146 मरीजों को निगरानी में रख उनका इलाज किया जा रहा है। आइसोलेशन में उपचाराधीन कोविड मरीजों के पास पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मा मीटर, मास्क, ग्लव्स रखना अनिवार्य है।