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स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से मरीज परेशान

सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में पिछले कई वर्षो से सेवाएं दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मी अचानक सेवा समाप्त किए जाने से नाराज हैं। इसके कारण उन्होंने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। मरीजों को इलाज के लिए परेशान का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 10:07 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 06:34 AM (IST)
स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से मरीज परेशान
स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में कई वर्षो से सेवाएं दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मी अचानक सेवा समाप्त करने से नाराज हैं। इसके कारण उन्होंने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। मरीजों को इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा।

उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिग प्रोजेक्ट (यूपीएचएसएसपी) ने मुरादाबाद व टीएनएम कंपनी से आउटसोर्सिग के जरिये 91 से ज्यादा कर्मचारी को विभिन्न कामों के लिए रखा है। यह कर्मचारी स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कंप्यूटर ऑपरेटर, वार्ड व्याय, वार्ड आया, ओटी टेक्नीशियन, एक्सरे-टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन जैसे पदों पर पिछले चार सालों से कार्यरत हैं। लेकिन 15 पूर्व अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य कर्मियों को आउटसोर्सिग कंपनी का ठेका 30 सितंबर को समाप्त होने की बात कहीं और नौकरी ढूंढने के लिए कहा है। जिसके बाद से सभी कर्मचारी नौकरी जाने को लेकर चितित है। संविदा कर्मी नर्स डीके कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को ठेका खत्म किए जाने के बारे में अवगत कराया गया है। ठोस जवाब मिलने के बाद ही हड़ताल समाप्त की जाएगी।

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जांच से लेकर ऑपरेशन तक टले :

हड़ताल से ओपीडी सहित भर्ती वार्ड के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। उन्हें मधुमेह, रक्तचाप, रक्त जांच, एक्सरे-जांच, अल्ट्रासाउंड जांच, टीकाकरण, ईसीजी जांच नहीं होने निजी सेंटर व अस्पताल का रुख करना पड़ा। जिन मरीजों का सैंपल लिया भी गया, उनकी रिपोर्ट नहीं आ पाई। अस्पताल प्रबंधन की ओर से ओपीडी में हड़ताल कर्मचारियों का काम संभालने के लिए सफाईकर्मियों, ड्राइवर, स्टाफ नर्स व नर्सिंग कॉलेज के प्रशिक्षु का सहारा लिया गया। जिन्होंने मरीजों की जांच के साथ ही पर्चा बनाने का काम किया। जबकि इमरजेंसी के भी कई मरीजों को रेफर कर दिया गया। हड़ताल से भर्ती मरीजों को भी दवा नहीं मिल पाई।

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मरीजों ने किया हंगामा :

जिला अस्पताल में सप्ताह का पहला दिन सोमवार होने के चलते तीन हजार से अधिक मरीज जांच व इलाज के लिए पहुंचे। स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। इस कारण एक्सरे कक्ष के बाहर हंगामा कर शुरू कर दिया।

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पिछले दो घंटे से इलाज के लिए एक्सरे-कक्ष के बाहर खड़ा हूं। लेकिन डॉक्टर ने अभी और इंतजार करने के लिए कहा है।

-विद्यानाथ, अट्टा

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डॉक्टर ने इलाज से पहले एक्सरे-जांच कराकर लाने को कहा था। लेकिन यहां कर्मचारियों की हड़ताल के चलते काम बंद है। अब निजी सेंटर पर जांच के लिए जा रहा हूं।

-शाहजाद, सेक्टर-8

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यूपीएचएसएसपी का प्रोजेक्ट खत्म हो रहा है। इसके जितने भी कर्मचारी हैं, उन्हें कहा समायोजित किया जाना है इसका अंतिम फैसला शासन की ओर से किया जाना है। फिलहाल उन्हें आश्वासन देकर काम पर वापस लौटने की अपील की जा रही है।

-डॉ. वंदना शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल


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