ग्रांड वेनिस मॉल मालिक के खिलाफ दर्ज होगी एफआइआर
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यूपीएसआइडीसी की औद्योगिक साइट चार स्थित ग्रांड वेनिस मॉल के मालिकों
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यूपीएसआइडीसी की औद्योगिक साइट चार स्थित ग्रांड वेनिस मॉल के मालिकों के खिलाफ मेरठ मंडल के कमिश्नर डा. प्रभात कुमार ने एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को दिए हैं। मॉल में दुकान की बु¨कग कराने वालों को कब्जा न देने के आरोप सही पाए जाने पर यह निर्देश दिए गए हैं। फ्लोर एरिया रेसियो (एफएआर) का उल्लंघन भी मिला है। इस पर कड़ा कदम उठाते हुए कमिश्नर ने जमीन आवंटन निरस्त करने के लिए शासन व यूपीएसआइडीसी के प्रबंध निदेशक को पत्र भेजा है।
बसपा शासन काल में यूपीएसआइडीसी ने 2007 में भसीन समूह को मॉल के लिए जमीन का आवंटन किया था। साइट चार की जमीन को यूपीएसआइडीसी ने पार्क के लिए आरक्षित रखा था। लेकिन बसपा शासन काल में सरकार से नजदीकी के चलते भूखंड पर वाणिज्यक गतिविधि की अनुमति देते हुए आवंटन कर दिया गया। बाद में प्रदेश में सपा सरकार बनने के बाद मॉल मालिक की उसके साथ भी नजदीकी बढ़ गई। मॉल के निर्माण में नियमों का उल्लंघन होता गया, लेकिन विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया।
2017 से मॉल प्रबंधन ने निवेशकों को दुकानों पर कब्जा देना शुरू किया। इसके साथ ही मॉल प्रबंधकों पर धोखाधड़ी के आरोप भी लगने शुरू हो गए। निवेशकों ने आरोप लगाया कि बु¨कग के बावजूद उन्हें दुकान पर कब्जा नहीं दिया जा रहा है। निवेशकों ने इस मामले की शिकायत आइजीआरएस समेकित शिकायत निवारण प्रणाली पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल के कमिश्नर डा. प्रभात कुमार को मामले की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने मामले की जांच यूपीएसआइडीसी के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक से कराई। एआरएम की जांच में प्रबंधकों के खिलाफ लगे आरोप सही मिले। इसके साथ ही मॉल के निर्माण में बड़ी गड़बड़ी भी उजागर हुई।
यूपीएसआइडीसी ने मॉल के लिए 1.8 एफएआर की अनुमान्य किया था। इसके साथ यह शर्त भी जोड़ी थी कि अगर मॉल का निर्माण दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले पूरा कर उसका संचालन शुरू कर दिया जाता है तो बिल्डर को चार एफएआर अनुमान्य होगा।
लेकिन बिल्डर कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले निर्माण कार्य पूरा नहीं कर सका। इसके बावजूद उसने 1.8 एफएआर का उल्लंघन करते हुए चार एफएआर के हिसाब से निर्माण कर अतिरिक्त दुकानें बना लीं। ताकि दुकानों को बेचकर मोटा मुनाफा कमा सके।
एफएआर की गड़बड़ी मिलने पर कमिश्नर ने मॉल के लिए दी गई जमीन का आवंटन निरस्त करने के लिए यूपीएसआइडीसी को पत्र भेज दिया है।
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सीईओ यमुना प्राधिकरण करेंगे जांच
ग्रांड वेनिस मॉल के लिए आवंटित जमीन की गड़बड़ी की विस्तृत जांच कमिश्नर डा. प्रभात कुमार ने यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर ¨सह को सौंपी है। उन्हें एफएआर के उल्लंघन के साथ भूखंड आवंटन की जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है कि पार्क के लिए आरक्षित जमीन का किस आधार पर भूउपयोग बदलकर वाणिज्यक गतिविधि के लिए आवंटन किया गया था।
मामले की जांच एआरएम से कराई गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर मॉल संचालकों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। भूखंड आवंटन के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा। पार्क की जमीन पर भू-उपयोग परिवर्तित कर मॉल बनाने की जांच सीईओ यमुना प्राधिकरण डा. अरुणवीर ¨सह करेंगे। डा. प्रभात कुमार, कमिश्नर मेरठ