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सुंदर भाटी गिरोह के शूटर अमर से पूछताछ में कई राज से उठेगा पर्दा

सुंदर भाटी गिरोह के शूटर अमर से पूछताछ में कई राज से उठेगा पर्दा ग्रेटर नोएडा के बिसरख कोतवाली क्षेत्र में बीते साल 16 नवंबर 2017 की दोपहर भाजपा नेता शिव कुमार, चालक बलीनाथ व निजी सुरक्षाकर्मी रईस पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Jul 2018 08:15 PM (IST)Updated: Sun, 15 Jul 2018 08:15 PM (IST)
सुंदर भाटी गिरोह के शूटर अमर से पूछताछ में कई राज से उठेगा पर्दा
सुंदर भाटी गिरोह के शूटर अमर से पूछताछ में कई राज से उठेगा पर्दा

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के बिसरख कोतवाली क्षेत्र में बीते साल 16 नवंबर 2017 की दोपहर भाजपा नेता शिव कुमार, चालक बलीनाथ व निजी सुरक्षाकर्मी रईस पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तिहरे हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर व सुंदर भाटी गिरोह के सदस्य अमर ¨सह उर्फ मूंछ को गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने शनिवार रात मेरठ से गिरफ्तार किया। जिला पुलिस एक लाख के इनामी अमर ¨सह को पकड़ने में नाकाम रही। उसके पकड़े जाने के बाद अब पुलिस उसे रिमांड पर लेगी और तिहरे हत्याकांड से संबंधित पूछताछ करेगी। मामले की जांच बिसरख से बादलपुर कोतवाली स्थानांतरित कर दी गई थी। पुलिस अमर को रिमांड पर लेने के लिए जल्द ही न्यायालय में अर्जी लगाएगी।

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उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता शिव कुमार, चालक बलीनाथ व निजी सुरक्षाकर्मी रईसपाल की 16 नवंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में एसटीएफ ने दिसंबर में नोएडा के बहलोलपुर गांव के रहने वाले अरूण यादव व उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस जांच में पता चला था कि अरूण के पिता की मौत सड़क हादसे में गाजियाबाद में हुई थी। लेकिन अरूण यह मानता था कि उसके पिता की हत्या शिव कुमार ने करवाई है। बदला लेने की नियत से उसने सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी को दस लाख की सुपारी देकर शूटर के माध्यम से शिव कुमार की हत्या करवाई थी।

तीन लोगों की चल रही जांच : पीड़ित परिजन की तहरीर पर बादलपुर पुलिस मुख्य आरोपित अरूण यादव के दारोगा भाई व दो अन्य रिश्तेदार के खिलाफ भी जांच कर रही है। परिजन को शक है कि अन्य तीनों लोग भी घटना में शामिल है। पुलिस का दावा है कि जांच के बाद साक्ष्यों के आधार पर मामले में आरोपितों के नाम शामिल किए जाएंगे। लगातार बढ़ रहा था दबाव : पुलिस एक लाख के इनामी अमर की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी। जिला पुलिस कई बार उसके पीछे रही, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी। इसी बीच गाजियाबाद क्राइम ब्रांच को बदमाश के संभावित ठिकाने का पता चला और बाजी उनके हाथ लग गई। अमर के अलावा पचास हजार के इनामी डीके को भी दो अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। अमर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उम्मीद है कि उससे कई अहम जानकारी हाथ लगेंगी। पीड़ित परिजन ने अन्य तीन लोगों पर शक जाहिर किया है उनकी जांच की जा रही है।

डा. अजय पाल शर्मा, एसएसपी, गौतमबुद्धनगर


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