सीआइएसएफ ने बनाया साइकिलिग परेड का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) का नाम रविवार को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। औद्योगिक सुरक्षा बल ने 1327 साइकिल परेड के साथ यह उपलब्धि अपने खाते में दर्ज की। अभी तक यह रिकॉर्ड हुबली साइकिलिग क्लब के नाम दर्ज था। सुरक्षा बल के जवानों ने ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय से 3.2 किलोमीटर तक एक लाइन में साइकिलिग परेड निकाल कर यह उपलब्धि हासिल की। इस परेड में महिला व पुरूष दोनों शामिल हुए। ग्रेटर नोएडा में जीबीयू के समीप यमुना एक्सप्रेस वे की समानांतर रोड पर सुरक्षा बल के जवानों ने एक लाइन में समान दूरी पर रहते हुए 3.2 किलोमीटर की दूरी तय की। इसके साथ ही बल की यह उपलब्धि गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गई। इससे पहले यह रिकॉर्ड हुबली साइकिलिग क्लब के नाम दर्ज थी। जिसने 1235 साइकिलों को एक लाइन में चला कर रिकॉर्ड बनाया था। रिकॉर्ड दर्ज कराने के मौके पर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मिस्त्र के गमालडेलिन अहमद गबर
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) का नाम रविवार को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। औद्योगिक सुरक्षा बल ने 1327 साइकिल परेड के साथ यह उपलब्धि अपने खाते में दर्ज की। अभी तक यह रिकॉर्ड हुबली साइकिलिग क्लब के नाम दर्ज था। सुरक्षा बल के जवानों ने ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय से 3.2 किलोमीटर तक एक लाइन में साइकिलिग परेड निकाल कर यह उपलब्धि हासिल की। इस परेड में महिला व पुरुष दोनों शामिल हुए।
ग्रेटर नोएडा में जीबीयू के समीप यमुना एक्सप्रेस वे की समानांतर रोड पर सुरक्षा बल के जवानों ने एक लाइन में समान दूरी पर रहते हुए 3.2 किलोमीटर की दूरी तय की। इसके साथ ही यह उपलब्धि गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गई। इससे पहले यह रिकॉर्ड हुबली साइकिलिग क्लब के नाम दर्ज थी। जिसने 1235 साइकिलों को एक लाइन में चला कर रिकॉर्ड बनाया था। रिकॉर्ड दर्ज कराने के मौके पर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मिस्त्र के गमालडेलिन अहमद गबर निर्णायक के रूप में मौजूद थे। उन्होंने रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सुरक्षा बल के एडीजी हेडक्वार्टर एके पटेरिया को दिया। यह उपलब्धि हासिल करने के बाद सुरक्षा बल के जवानों में गजब का उत्साह देखने को मिला। सुरक्षा बल की इस उपलब्धि पर महानिदेशक राजेश रंजन ने जवानों को बधाई देते हुए कहा कि यह एक खुशी का पल है। इस तरह के रिकॉर्ड बनाने के लिए अनुशासन की बेहद जरूरत होती है। एक लाइन में दो साइकिलों के बीच निश्चित दूरी बनाते हुए निर्धारित लक्ष्य पूरा करना होता है। जवानों ने इसे बखूबी अंजाम दिया है। इस मौके पर सीआइएसएफ के एडीजी उत्तर सुधीर कुमार सक्सेना,आइजी सुधीर कुमार, एडीजी मुख्यालय एके पटेरिया, आइजी अनुराग आदि शामिल हुए थे।