टिकट की टिक टिक : गौतमबुद्धनगर सीट पर दिन भर चली चर्चा, फैसला सुरक्षित
दिल्ली दूर नहीं यह वाक्य चुनावी सरगर्मी में परवान चढ़ने लगा है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में कांग्रेस के पश्चिमी पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी के साथ प्रदेश अध्यक्ष ने प्रत्याशी की दौड़ में शामिल कार्यकर्ताओं के बायोडाटा का सर्वे किया। कार्यकर्ताओं को बुलाया गया उनके कार्यो को देखा गया। साथ ही घोषित होने वाले प्रत्याशी का नाम सुरक्षित अपने पास रख लिया। यह नाम शनिवार को होने वाली बैठक के बाद खोला जाएगा।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
दिल्ली दूर नहीं यह वाक्य चुनावी सरगर्मी में परवान चढ़ने लगा है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में कांग्रेस के पश्चिमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी के साथ प्रदेश अध्यक्ष ने प्रत्याशी की दौड़ में शामिल कार्यकर्ताओं के बायोडाटा का सर्वे किया। कार्यकर्ताओं को बुलाया गया उनके कायरें को देखा गया। साथ ही घोषित होने वाले प्रत्याशी का नाम सुरक्षित अपने पास रख लिया। यह नाम शनिवार को होने वाली बैठक के बाद खोला जाएगा।
बैठक में सुबह से ही जनपद के दिग्गज नेताओं के साथ ही कार्यकारणी का सदस्य भी शामिल रहे। दिल्ली में यह बैठक कई घंटों तक चली। बताया गया कि जनपद से करीब 26 बायोडाटा भेजे गए थे। यह सभी वहां उपस्थित भी रहे। एक-एक कर इनके कार्यों का सर्वे किया गया। साथ ही बातचीत भी की गई। हालांकि दिनभर की गहमागहमी के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री (दिवंगत) की पत्नी का नाम जनपद के प्रत्याशी के रूप में नंबर एक पर है। इसकी एक वजह वह यहां से जुड़ी भी है। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता किसी स्थानीय को ही प्रत्याशी बनाने की पक्ष में है। हालांकि उम्मीदवारों की सूची में शामिल कार्यकर्ताओं ने बताया कि वह आला कमान के साथ है। आला कमान जो फैसला देगा उसी पर अमल किया जाएगा। जो भी प्रत्याशी घोषित होगा उसका समर्थन किया जाएगा। वहीं, नाम की औपचारिक घोषणा शनिवार तक की जाएगी।
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सुबह से ही चर्चा में रहा गौतमबुद्धनगर
बता दें कि सुबह से ही गौतमबुद्धनगर की सीट को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल रहा। सभी दिन भर कयास लगाते रहे कि शाम तक पार्टी की ओर से प्रत्याशी का ऐलान कर सकते है, लेकिन देर शाम समाप्त हुई बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सूचना दी गई कि प्रत्याशी की घोषणा शानिवार को बैठक के बाद कर दी जाएगी।
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आकाओं की शरण में कार्यकर्ता
गौतमबुद्ध नगर सीट पर भले ही कांग्रेस का कब्जा हुए कई दशक बीत गए हो, लेकिन चुनाव लड़ने वालों की सूची इस बात का इशारा अवश्य कर रही है कि यह सीट कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। इसलिए 26 स्थानीय नेताओं ने यहां से अपनी दावेदारी ठोकी है। इसके अलावा 11 हाई लेवल पर टिकट की दौड़ में शामिल है। ऐसे में कोई भी कार्यकर्ता टिकट की दौड़ से बाहर नहीं होना चाहता है। इसलिए दिन पर अपने आकाओं के संपर्क में रहे और उनके आका पार्टी आलाकमान के सामने उनके काम का बखान करते रहे।