घर में पै¨कग कर सप्लाई कर रहे थे गांजा, पांच गिरफ्तार
सेक्टर 9 में तस्करों ने गांजा और स्मैक की फैक्ट्री खोल रखी थी।
जागरण संवाददाता, नोएडा : घर में पैकिंग कर गांजा सप्लाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 12 किलो गांजा, 70 पुड़िया स्मैक और 50 हजार की नगदी बरामद की गई है।
एसपी सिटी सुधा ¨सह ने बताया कि सेक्टर 20 कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज पंत को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सेक्टर 9 स्थित जेजे कॉलोनी में अवैध रूप से गांजा की फैक्ट्री चल रही है। प्रभारी निरीक्षक ने एसआइ प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, उषा कुशवाहा, सुखबीर ¨सह समेत 10 पुलिसकर्मियों की टीम के साथ सोमवार सुबह करीब साढ़े सात बजे छापामारी की। यह तीन मंजिला मकान गांजा तस्करी गैंग की सरगना नूरी का है। उसके जेल जाने के बाद उसकी बहन शहनाज उर्फ लंगड़ी ने यह काम संभाल रखा था। छापामारी के दौरान पुलिस ने शहनाज समेत पांच आरोपितों को गांजा की पुड़िया पै¨कग करते हुए रंगेहाथ दबोच लिया। मौके से पुलिस ने 12 किलोग्राम गांजा, 70 पुड़िया स्मैक, 50 हजार नकद, इलेक्ट्रॉनिक वजन तौलने की मशीन, पैकिंग करने वाली मशीन, तीन कैंची और 10 किलो पन्नी बरामद की है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान शहनाज उर्फ लंगड़ी के अलावा मुकुल उर्फ चिकना निवासी हरौला, सोनू निवासी सेक्टर 22, गणेश निवासी उत्तराखंड और बबलू निवासी बरेली के रूप में हुई है। गणेश और बबलू भी सेक्टर 22 में सोनू के साथ ही रह रहे थे। आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गाजियाबाद से गांजा मंगा कर आरोपित यहां पुड़िया में पै¨कग करते थे और नोएडा के साथ खोड़ा कॉलोनी में सप्लाई करते थे। गाजियाबाद का तस्कर थोक में देता है गांजा
एसपी सिटी का कहना है कि आरोपितों को गाजियाबाद का रहने वाला तस्कर थोक में गांजा सप्लाई करता है। वह गौड़ चौक हरनंदी के पास गांजा की सप्लाई देता है। गांजा लाने की जिम्मेदारी मुकुल उर्फ चिकना की थी। दोनों की मोबाइल पर बात होती थी। इस गांजे को मुकुल शहनाज को दे देता था और शहनाज पै¨कग करके मांग के मुताबिक अन्य आरोपितों को गांजा बेचने के लिये दे देती थी।
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ढाई ग्राम से एक किलो तक का बनाते थे पैकेट
आरोपित खुले में गांजा सप्लाई नहीं करते थे, बल्कि घर में ही गांजे की ढाई, पांच व 50 ग्राम से लेकर एक किलो तक के पैकेट बनाते थे। ढाई ग्राम की पुड़िया 50-100 रुपये, पांच ग्राम की पुड़िया 100-200 रुपये, 50 ग्राम की पुड़िया एक से दो हजार और एक किलो की पुड़िया 10 हजार रुपये में बेचते थे। जबकि आरोपित 4 हजार रुपये में एक किलो गांजा खरीदते थे। गांजे की सप्लाई ऑटो रिक्शा, रिक्शा चालक, मजदूरों और पीजी में रहने वाले छात्रों में करते थे।