दस दिन और फेंका जाएगा सेक्टर-54 में कूड़ा
-दस दिन बाद सेक्टर-123 में डाला जाएगा शहर से निकलने वाला कूड़ा -सेक्टर-123 में लगेगी एक हजार टन कूड़े के प्रतिदिन निस्तारण की मशीन जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर 54 में कूड़ा डाले जाने के मामले में सेक्टरवासी व ग्रामीणों द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में डाली गई याचिका पर निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत नोएडा प्राधिकरण महज दस दिनों तक ही सेक्टर-54 स्थित डं¨पग ग्राउंड में कूड़ा डाला जा सकेगा।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर 54 में कूड़ा डाले जाने के मामले में सेक्टरवासी व ग्रामीणों द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में डाली गई याचिका पर निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत नोएडा प्राधिकरण महज दस दिनों तक ही सेक्टर-54 स्थित डं¨पग ग्राउंड में कूड़ा डाल सकेगा। इसके बाद शहर से निकलने वाले कूड़े को सेक्टर-123 में बन रहे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में डाला जाएगा। यहां एक हजार टन कूड़े को प्रतिदिन निस्तारण करने की क्षमता की मशीन को भी एक माह में स्थापित कर दिया जाएगा। इस मशीन से कूड़े को अलग करके आरडीएफ तैयार किया जाएगा। वहीं, सेक्टर-54 में लगी दोनों मशीनों को यहां का कूड़ा खत्म होने के बाद सेक्टर-137 भेज दिया जाएगा। ताकि वहां एकत्र हुए कूड़े का निस्तारण किया जा सके।
शहर में कचरे को लेकर खींचातानी का खेल जारी है। इसको लेकर सेक्टर-54 निवासी व कई सामाजिक संगठनों द्वारा एनजीटी में याचिका दायर की थी। याचिका दायर होने के साथ ही एनजीटी ने नोएडा प्राधिकरण व जिला अधिकारी को नोटिस जारी कर 29 मई तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा था। जवाब दाखिल होने के साथ ही मंगलवार को एनजीटी ने प्राधिकरण को आदेश दिया कि वह महज दस दिनों तक ही सेक्टर-54 स्थित डं¨पग ग्राउंड पर कूड़ा डाल सकता है। इसके बाद वह सेक्टर-123 में ही शहर से निकलने वाले कूड़े को डालेगा। यहां अब तक भूमिगत डं¨पग यार्ड नहीं बन सका है। ऐसे में यहां विरोध होना लगभग तय माना जा रहा है। फिलहाल योजना यह है कि सेक्टर-123 में एक हजार टन कूड़े का प्रतिदिन निस्तारण करने वाली एक मशीन लगाई जाएगी। जो यहां कचरे को आरडीएफ में तब्दील करेगी। इससे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के जरिए बिजली बनाने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा सेक्टर-54 में इस समय जो दो मशीनें लगी हैं, वे पूर्व की तरह कार्य करती रहेंगी। जब सेक्टर-54 में पड़े कूड़े का पूरी तरह से निस्तारण हो जाएगा, तो इन दोनों मशीनों को सेक्टर-137 भेज दिया जाएगा। जिससे वहां के कूड़े का भी निस्तारण कर किया जा सकेगा।