फ्री होल्ड से पहले मिल सकती है फ्लोर खरीद-फरोख्त की अनुमति
आवासीय संपत्ति को फ्री होल्ड करने से पहले ही शहर को एक तोफहा मिल सकता है। वह तल-वार फ्लैट या मकानों की खरीद फरोक कर सकेंगे। इसके लिए दिसंबर 201
जागरण संवाददाता, नोएडा : आवासीय संपत्ति को फ्री होल्ड करने से पहले ही शहर को एक तोहफा मिल सकता है। वह फ्लोर के हिसाब से फ्लैट या मकानों की खरीद फरोख्त कर सकेंगे। इसके लिए दिसंबर 2018 से आपत्ति व सुझाव मांगने का सिलसिला शुरू हो गया था। ऐसे में शहर के 10 से ज्यादा सामाजिक संगठनों सहित अन्य लोगों ने तल वार रजिस्ट्री के लिए अपने सुझाव दिए हैं। यह सुझाव नियोजन विभाग के पास भेज दिए गए हैं।यहां संकलित रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसे शासन को भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव को प्राधिकरण ने अपनी 195 वीं बोर्ड बैठक में पास किया था। यदि ऐसा होता है तो फ्री होल्ड होने से पहले ही शहरवासियों को यह अधिकार मिल जाएगा।
शहर में 30 हजार आवासीय भूखंड हैं। विशेषज्ञों ने कहा है कि यदि घरों में तल वार रजिस्ट्री की अनुमति मिलती है तो यह कदम रियल एस्टेट सेक्टर को बिक्री के मामले में प्रभावित करेगा। बताते चले कि शहर में अब भी करीब 45 हजार खरीदार अपने घरों के लिए चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे में यदि तल वार रजिस्ट्री खुल जाती है तो रियल एस्टेट सेक्टर प्रभावित होगा। प्राधिकरण के नियोजन विभाग के अनुसार तल वार सिर्फ उन्ही फ्लैटों की खरीद फोरख्त हो सकती है। जिनको एक यूनिट माना जाएगा। यहां यूनिट से मतलब किचन व बाथरूम से है। यही स्थिति भूखंडों पर भी लागू होगी। यदि 50 वर्गमीटर का एक भूखंड है तो उसके खंड नहीं किये जा सकेंगे। यदि ऐसा करता है तो नियमों के खिलाफ होगा।
उधर, फ्री होल्ड का मुद्दा विगत पांच माह से शासन के पास विचाराधीन है। चुनाव बाद ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है। कयास लगाए जा रहे कि फ्री होल्ड से पहले फ्लोर वाइज रजिस्ट्री शुरू हो सकती है। प्राधिकरण का यह नियम 18 मीटर से चौड़ी सड़क के किनारे इमारतों में ही लागू हो सकता है। ऐसा होने के बाद प्राधिकरण व रजिस्ट्री विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
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आधारभूत ढ़ांचा बिगड़ जाएगा
तल वार रजिस्ट्री यदि खुल जाती है तो शहर का आधारभूत ढांचा (इंफ्रास्ट्रक्चर) बिगड़ सकता है। ऐसे में शहर में वाहनों की संख्या में इजाफा होगा। लोगों की संख्या बढ़ेगी, जबकि यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान-2031 के अनुसार बनाया गया है। इसमें सीवर पानी की सड़क और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यही नहीं मौजूदा घनत्व के हिसाब से भी जनसंख्या बढ़ेगी। जिससे स्थिति डांवाडोल हो सकती है।