चोरी से बिजली इस्तेमाल कराने पर एसडीओ समेत चार का तबादला
नियमों को ताक पर रख कर बिजली का कनेक्शन देने पर बिजली निगम ने एसडीओ, अवर अभियंता व दो तकनीकी ग्रेड-2 के कर्मियों का तबादला कर दिया गया है। इन सभी ने जेवर क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में 15 किसानों के लिए लाइन बनाकर बिजली चालू कर दी थी, जबकि कनेक्शन की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी। किसान चोरी से ही बिजली का प्रयोग करके ट्यूबवैल चला रहे थे। इस मामले की जब किसी व्यक्ति ने शिकायत की तो निगम के अधिकारियों ने जांच कराई।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
नियमों को ताक पर रख कर बिजली का कनेक्शन देने पर बिजली निगम ने एसडीओ, अवर अभियंता व दो तकनीकी ग्रेड-2 के कर्मियों का तबादला कर दिया गया है। इन सभी ने जेवर क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में 15 किसानों के लिए लाइन बनाकर बिजली चालू कर दी थी, जबकि कनेक्शन की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी। किसान चोरी से ही बिजली का प्रयोग करके ट्यूबवैल चला रहे थे। इस मामले की जब किसी व्यक्ति ने शिकायत की तो निगम के अधिकारियों ने जांच कराई। मेरठ डिस्कॉम की टीम ने जांच की थी जिसमें ये सभी प्रथम दृष्टया संलिप्त पाए गए। इनमें एसडीओ शंजुल कुमार का बिजनौर, अवर अभियंता अनिल शर्मा का मुरादाबाद, तकनीकी ग्रेड-2 के महेंद्र पाल शर्मा का सहारनपुर व राम अवतार का मुरादाबाद तबादला कर दिया गया है। यह मामला वर्ष 2017 का है और एक साल से अधिक समय से किसानों को चोरी से बिजली का प्रयोग कराया जा रहा है।
प्रदेश सरकार और ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रदेश में बिजली चोरी में कमी आने के बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं। वहीं पीवीवीएनएल भी प्रदेश के अन्य डिस्कामों से खुद को बेहतर साबित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। राजस्व को अधिक से अधिक दिखाने के लिए बिजली बिल भरने में कुछ दिन की देरी होने पर कनेक्शन काट कर पेनाल्टी लगा दी जा रही है। लेकिन निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों की खामियों और उन पर कार्रवाई करने में साल भर से ज्यादा का समय लगा दिया जाता है। जेवर में निगम के अधिकारी व कर्मियों की मिलीभगत से बिजली चोरी एक वर्ष पहले से कराई जा रही है। इसकी शिकायत भी तभी भेजी गई थी। लेकिन कार्रवाई अब हुई है। कार्रवाई के नाम पर भी तबादला कर लीपापोती कर दी गई है। उधर यदि कोई उपभोक्ता बिजली चोरी करते पकड़ा जाए तो पहले भारी भरकम जुर्माना और उसके बाद एफआइआर।
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सौभाग्य योजना पर उठे सवाल
पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने नोएडा को भी सौभाग्यशाली घोषित कर दिया था। इसते तहत जिले के सभी मजरों व गांव में कनेक्शन दे दिए गए थे। इसके लिए पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक आशुतोष निरंजन को मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री ने मोमेंटो भी दिया। लेकिन गौतमबुद्ध नगर में इस तरह मिलीभगत से कनेक्शन पहले भी दिए जा चुके हैं। यहां 15 ग्रामीणों को कनेक्शन दिए गए हैं। वहीं पिछले दिनों एक नोएडा के जेई पर अवैध तरीके से कनेक्शन देने पर कार्रवाई की गई थी। ऐसे में सौभाग्य योजना के तहत शत प्रतिशत कनेक्शन देने का दावा झूठा साबित हो रहा है।
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शिकायत पर मेरठ मुख्यालय से आई टीम ने जांच की थी। जेवर में चोरी से बिजली इस्तेमाल कराई जा रही थी। प्रथम दृष्टया जांच में ये चारों संलिप्त पाए गए, जिसके बाद इनका तबादला कर दिया गया है। निगम की ओर से अधिकारियों व कर्मियों पर भी निगरानी रखी जा रही है।
एसके वर्मा, मुख्य अभियंता, नोएडा जोन