मुख्यमंत्री के साथ बैठक के आश्वासन पर खत्म हुआ डीएनडी पर किसानों का धरना
विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर धरना के लिए निकले किसानों को दर्जनों ट्रैक्टर-ट्राली के साथ दिल्ली में प्रवेश पर रोक के बाद के बाद शुक्रवार शाम से डीएनडी पर चल रहा धरना शनिवार दोपहर बाद खत्म हो गया। जिलाधिकारी बीएन ¨सह ने किसानों की मांगो को लेकर एक लिखित आश्वासन पत्र दिया। इसमें एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ किसानों के प्रतिनिधि मंडल की मी¨टग कराने का भी आश्वासन दिया गया है। इसके बाद किसान वापस चले गए।
जागरण संवाददाता, नोएडा : विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर धरना देने के लिए निकले किसानों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक के बाद शुक्रवार शाम से डीएनडी पर चल रहा धरना शनिवार दोपहर बाद खत्म हो गया। जिलाधिकारी बीएन ¨सह ने किसानों की मांगो को लेकर एक लिखित आश्वासन पत्र दिया। इसमें एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ किसानों के प्रतिनिधिमंडल की मी¨टग कराने का भी आश्वासन दिया गया है। इसके बाद किसान वापस चले गए। उससे पहले शुक्रवार शाम करीब पांच बजे से सैकड़ो किसान डीएनडी टोल के पास धरने पर बैठे थे। इस दौरान शाम करीब चार बजे से साढ़े सात बजे तक डीएनडी मार्ग बंद रहा था। जिसकी वजह से नोएडा में डीएनडी रोड, फिल्म सिटी मार्ग व एक्सप्रेस वे पर लोगों को भीषण ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा था। काफी प्रयास के बाद दिल्ली पुलिस ने आम लोगों के लिए रास्ता खोला था। इसके बाद से ही किसान डीएनडी टोल बूथ किनारे टेंट लगाकर धरने पर बैठे थे। भीषण ठंड में किसान व कुछ महिलाओं ने वहां रात गुजारी और शनिवार दोपहर तीन बजे तक डटे रहे। इस बीच सुरक्षा व यातायात बाधित नहीं हो इसके लिए वहां कई कोतवाली प्रभारी व क्षेत्राधिकारी के साथ भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी। शनिवार दोपहर के समय जिलाधिकारी बीएन ¨सह व एसएसपी वैभव कृष्ण ने भी डीएनडी टोल बूथ पर पहुंच कर किसानों से बातचीत शुरू की। पहले दौर की वार्ता विफल होने के बाद फोर्स बढ़ाई गई और आगे की कार्रवाई के लिए कई बसें भी वहां मंगाई गई। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही दूसरे दौर की वार्ता में किसानों से विभिन्न मांगों पर सहमति बनी। इसके बाद धरना समाप्त हो गया। जानकारी के अनुसार इस दौरान जिलाधिकारी की तरफ से यमुना विकास प्राधिकरण प्रकरण के लिए किसान नेता मनवीर तेवतिया व पांच अन्य लोगों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता करने, एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री के साथ वार्ता कराने, कचेहरा गांव के किसानों की समस्या के हल करने के लिए प्रयास करने सहित अन्य ¨बदुओं पर प्रशासन की तरफ से लिखित आश्वासन दिया गया है। मालूम हो कि वर्ष 2008 से लेकर 2012 के बीच गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, अलीगढ़, मथुरा व आगरा क्षेत्र में हुए भूमि अधिग्रहण की सीबीआइ से जांच कराने के अलावा अन्य कई स्थानीय मुद्दो को लेकर किसान प्रधानमंत्री आवास पर प्रवास कर धरना के लिए शुक्रवार दोपहर ग्रेटर नोएडा के परी चौक से निकले थे। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार शाम टोल बूथ के बाद पूरे लेन को बैरिके¨डग लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद डीएनडी पर ही टोल बूथ के पास किसान धरने पर बैठ गए थे।
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किसानों की मांगों को सुन उनकी समस्या को सुलझाने का आश्वासन दिया गया है। इसके बाद धरना समाप्त हुआ है। मुख्यमंत्री के साथ भी एक वार्ता कराने की बात हुई है। यमुना प्राधिकरण व मेरे स्तर का भी एक मामला है, उसे सुलझाया जाएगा।
बीएन ¨सह, जिलाधिकारी