दूसरे दिन भी जारी रहा शाहबेरी के खरीदारों का आमरण अनशन
शाहबेरी में खरीदारों का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। 36 घंटे बीत जाने के बाद भी प्राधिकरण प्रशासन अथवा जन प्रतिनिधियों ने कोई सुध नहीं ली है। जिसके विरोध में आज शाहबेरी के सभी खरीदार एक दिन की सांकेतिक भूखहड़ताल पर होंगे। आमरण अनशन पर बैठे खरीदारों ने घोषणा की है कि जब तक शाहबेरी की इमारतों को वैध करार नहीं दे दिया जाता वह अपना अनशन जारी रहेगा। अंतिम सांस तक प्राधिकरण की दमनकारी नीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।
-आज एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल पर होंगे शाहबेरी के सभी खरीदार
-आमरण अनशन पर बैठे है शाहबेरी के पांच खरीदार
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शाहबेरी में खरीदारों का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। 36 घंटे बीत जाने के बाद भी प्राधिकरण, प्रशासन व जन प्रतिनिधियों ने कोई सुध नहीं ली है। जिसके विरोध में आज शाहबेरी के सभी खरीदार एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे। आमरण अनशन पर बैठे खरीदारों ने घोषणा की है कि जब तक शाहबेरी की इमारतों को वैध करार नहीं दे दिया जाता है, वह अपना अनशन जारी रखेंगे।
बता दें कि पिछले दो महीने से शाहबेरी के खरीदार अनिश्चितकालीन धरना देकर बैठे हुए है। शाहबेरी संघर्ष समिति बैनर तले चल रहे धरना प्रदर्शन में कई सामाजिक संगठनों किसान नेताओं ने खरीदारों को अपना समर्थन दिया है। खरीदार शाहबेरी की इमारतों को वैध करने व शाहबेरी का विकास करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्राधिकरण अभी भी इमारतों को अवैध करार देते हुए तोड़ने की कवायद में जुटा हुआ है। प्राधिकरण ने शाहबेरी की इमारतों का सुरक्षा ऑडिट भी कराया। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।
वहीं खरीदारों ने आइआइटी टीम दिल्ली द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए है। साथ ही प्राधिकरण पर सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट में फेरबदल करने की आशंका जताई है। जिसके विरोध में शनिवार से पांच खरीदारों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। शाहबेरी संघर्ष समिति के सदस्यों में शामिल अनिल चौधरी, मुकुल त्यागी, एसके उपाध्याय, अभिनव धर व भूपेंद्र प्रताप आमरण अनशन पर दूसरे दिन भी बैठे रहे।