फर्जी कॉल सेंटर से बैंक में नौकरी का झांसा देकर करते थे ठगी, 9 गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, नोएडा : कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस व साइबर अपराध अन्वेषण केन्द्र (सीसीसीआई) की टीम ने
जागरण संवाददाता, नोएडा : कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस व साइबर अपराध अन्वेषण केन्द्र (सीसीसीआई) की टीम ने सेक्टर 2 स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर पांच युवती सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान दो मुख्य आरोपित मौके से फरार हो गए। पकड़े गए आरोपितों की पहचान शहादरा दिल्ली निवासी विशाल जैन, हरौला निवासी प्रदीप शर्मा, डिबाई बुलंदशहर निवासी आकाश कुमार, दिल्ली निवासी जीत के अलावा शशि, हिमानी, महक, शीतल और डॉली के रूप में हुई। पकड़ी गई युवतियां दिल्ली एनसीआर में अलग-अलग जगह किराए पर कमरा लेकर रहती हैं। मौके से 9 कंप्यूटर सेट, नौ हेड फोन और दो कॉ¨लग फोन बरामद किए गए हैं। दो मुख्य आरोपित संजीव बोस और राहुल फरार है। फरार आरोपित संजीव बोस इंदिरापुरम गाजियाबाद में रहता है और वही कॉल सेंटर संचालित करता था। बैंक में नौकरी तलाश करने वाले लोगों का डेटा लेकर उन लोगों को आरोपित इस कॉल सेंटर से फोन करते थे और निजी बैंकों में नौकरी लगवाने का झांसा देते थे। झांसे में फंसे लोगों को रिज्यूम ठीक करने के नाम पर 2650 रुपये जमा करा लेते थे। इसके बाद दस्तावेज के सत्यापन के नाम पर पांच हजार और फिर अन्य सर्विस के नाम पर सात हजार रुपये जमा कराकर ठगी करते थे। एसपी क्राइम अशोक कुमार ¨सह ने बताया कि आरोपित कॉल सेंटर से लोगों को कॉ¨लग के लिए एक्स लाइफ नाम के साफ्टवेयर का इस्तेमाल करते थे। कैरियर स्ट्रीट डॉट काम नाम से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। लोगों से ठगी का पैसा एक निजी बैंक के खाते के अलावा पेटीएम वॉलेट में भी ट्रांसफर करा लेते थे। पूछताछ में पता लगा है कि पिछले करीब तीन माह से यह कॉल सेंटर चल रहा था। फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया है। फरार आरोपितों को पकड़ने की पुलिस कोशिश कर रही है। उनके पकड़े जाने पर ही इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकेगा। बि¨ल्डग के ग्राउंड फ्लोर पर चल रहा था फर्जी एनजीओ -
एसपी क्राइम अशोक कुमार ¨सह ने बताया कि सेक्टर 2 स्थित जिस बि¨ल्डग में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था उसी बि¨ल्डग में एक एनजीओ के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा था। वहां भी छापेमारी कर पुलिस ने संचालक विकास के अलावा उस्मान, डेनी ¨सह व प्रदीप नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। मौके से 12 मोबाइल फोन, आठ एटीएम कार्ड, दो लैपटाप के अलावा छह रजिस्टर, एक डायरी सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। आरोप है कि यह लोग गरीब व बीमार बच्चों की मदद के नाम पर लोगों से पैसे जमा कराकर ठगी करते थे। अबतक की जांच से 16 लाख रुपये से अधिक इनके खाते में आने का पता लगा है। पुलिस के अनुसार आरोपित मदद के नाम पर ली गई रकम का अधिकांश हिस्सा अपने ऊपर खर्च करते थे।