फ्लोर इंचार्ज को हिरासत में लेने पर कर्मचारियों ने जमकर किया हंगामा
सेक्टर 63 में शुक्रवार को पकड़े गए फर्जी कॉल सेंटर मामले में शनिवार को नोटिस देने गई पुलिस को कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। भूतल पर स्थित क्रीएशन कपड़ा कंपनी के फ्लोर इंचार्ज को जांच में सहयोग नहीं करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे आक्रोशित करीब 300 कर्मचारी काम छोड़ कंपनी से बाहर निकल हंगामा करने लगे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिए। इसी कंपनी का एक यूनिट कुछ दूरी पर डी-134 में भी है। इस कंपनी के कर्मचारी भी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर आ गए। बेकाबू हो रही भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी और करीब एक घंटे में हंगामा शांत हो सका।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर 63 में शुक्रवार को पकड़े गए फर्जी कॉल सेंटर मामले में शनिवार को नोटिस देने गई पुलिस को कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। भूतल पर स्थित क्रिएशन कपड़ा कंपनी के फ्लोर इंचार्ज को जांच में सहयोग नहीं करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे आक्रोशित करीब 300 कर्मचारी काम छोड़ कंपनी से बाहर निकल हंगामा करने लगे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिए। इसी कंपनी का एक यूनिट कुछ दूरी पर डी-134 में भी है। इस कंपनी के कर्मचारी भी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर आ गए। बेकाबू हो रही भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी और करीब एक घंटे में हंगामा शांत हो सका।
दरअसल, सेक्टर 63 के ई-18 में तीन मंजिला बि¨ल्डग है। यह बि¨ल्डग विनीत गुप्ता की है। इसके प्रथम और द्वितीय तल पर करीब एक साल से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। जबकि भूतल पर क्रिएशन कपड़ा कंपनी है। कंपनी में कपड़ा सिलाई का काम होता है। शुक्रवार को फर्जी कॉल सेंटर से 126 कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। फेस-3 कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अखिलेश त्रिपाठी बि¨ल्डग मालिक और कपड़ा कंपनी को नोटिस देने पहुंचे। उन्होंने बताया कि भूतल पर स्थित पकड़ा कंपनी के फ्लोर इंचार्ज दिनेश से पुलिस ने कंपनी मालिक का नाम पूछा और उससे किराए का एग्रीमेंट दिखाने के लिए कहा गया, लेकिन उसने सहयोग नहीं किया। इसलिए उसे हिरासत में ले लिया गया। इस पर कर्मचारी सड़क पर उतर कर हंगामा करने लगे। भीड़ को नियंत्रित करके लिए कोतवाली से और पुलिस बल बुलाना पड़ा। सूचना पाकर कंपनी मालिक राजकुमार आनंद भी पहुंचे। बि¨ल्डग मालिक से पुलिस ने मांगे जवाब
प्रभारी इंस्पेक्टर अखिलेश त्रिपाठी का कहना है कि बि¨ल्डग मालिक के साथ किराएदारों को नोटिस भेजा गया है। कॉल सेंटर संचालक फरार हैं। लिहाजा बि¨ल्डग मालिक को नोटिस भेज कर पूछा गया है कि यह बि¨ल्डग कब किराए पर दी गई थी। कॉल सेंटर संचालकों से कितना किराया लिया जा रहा था। दो फ्लोर किस काम के लिए दिया गया था। क्या एग्रीमेंट में कॉल सेंटर संचालित करने का जिक्र है। यदि नहीं है और महीनों से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था, तो इसकी जानकारी उन्हें कैसे नहीं हुई। यदि बि¨ल्डग मालिक की भी इसमें संलिप्तता पाई जाती है, तो उन्हें भी धारा 120बी का आरोपित बनाया जाएगा।