एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों को गुजरने की नहीं मिलेगी अनुमति
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाया जाएगा। एक्सप्रेस-
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर ऐसे इंतजाम किए जाएंगे, जिससे ओवरलोड वाहनों को चिह्नित किया जाएगा। ऐसे वाहनों को एक्सप्रेस-वे पर दौड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ओवरलोड वाहन सड़कों की बदहाली के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार है। ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़कें निर्धारित अवधि से पहले की टूट जाती हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद ओवरलोड वाहनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान भी चलाया गया था। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में ऐसी व्यवस्था की गई है कि ओवरलोड वाहनों को चिह्नित किया जा सके। टोल पर ऐसे वाहनों को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। उन्हें एक्सप्रेस-वे से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी ओवरलोड वाहनों को चिह्नित करने के लिए इंतजाम किए जाएंगे।
एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा या जीरो प्वाइंट पर ऐसे व्यवस्था की जाएगी, जिसकी मदद से ओवरलोड वाहनों को चिह्नित किया जाएगा। ऐसे वाहनों को एक्सप्रेस-वे पर आगे बढ़ने की इजाजत नहीं होगी। एक्सप्रेस-वे पर बड़ी संख्या में ट्रक व माल वाहक वाहन गुजरते हैं। जो उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों के लिए जाते हैं।
165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे का निर्माण कंक्रीट से हुआ है। ओवरलोड वाहनों के गुजरने की वजह से इसके क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है। एक्सप्रेस वे को सुरक्षित रखने के लिए ओवरलोड वाहनों की अंकुश लगाने पर विचार हो रहा है। एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए ई चालान की भी व्यवस्था की गई है। गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों को टोल प्लाजा पर चालान की पर्ची देने की व्यवस्था की गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों की परिवहन पर अंकुश लगाया जाएगा। ओवरलोड वाहनों को चिन्हित करने के लिए जरूरी व्यवस्था की जाएगी।
डा. अरुणवीर ¨सह, सीईओ यमुना प्राधिकरण