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बिजली हादसा : निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल, एमडी एफआइआर कराने के दिए आदेश

जागरण संवाददाता नोएडा सेक्टर-93ए में बिजली का खंभा गिरने से हुए हादसे में बिजली निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 09:41 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 09:41 PM (IST)
बिजली हादसा : निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल, एमडी एफआइआर कराने के दिए आदेश
बिजली हादसा : निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल, एमडी एफआइआर कराने के दिए आदेश

जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर-93ए में बिजली का खंभा गिरने से हुए हादसे में बिजली निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि मृतक मोंटी अनुबंध खत्म होने के बाद भी निगम में काम कर रहा था। घटना के बाद अब निगम के अधिकारी उसको राहगीर बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि दोनों ही कर्मचारी खंभे पर चढ़े थे। घटना में एक व्यक्ति की मौत के बाद भी अधिकारियों द्वारा एफआइआर नहीं कराने पर सवाल उठ रहे हैं। देर शाम को एमडी पीवीवीएनएल ने स्थानीय अधिकारियों को एफआइआर कराने के आदेश दिए।

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शुक्रवार शाम को सेक्टर-93ए में बिजली का खंभा गिर गया था। इसमें निगम के पूर्व लाइनमैन मोंटी की मौत हो गई थी। जबकि लाइनमैन सोनू गंभीर घायल हो गया था। उनका एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि लाइनमैन सोनू खंभे पर काम कर रहे थे। इसी दौरान कोई वाहन खंभे को टक्कर मार कर चला गया। इससे कुछ देर बाद खंभा गिर गया। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और खंभों की हालत निगम के दावों पर सवाल उठा रही है। एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि दोनों ही कर्मचारी खंभे पर चढ़े हुए थे।

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परिजन बोले, हमारा समझौता हो गया

मामले में मृतक मोंटी के पिता अनंत कुमार जाटव का बयान भी बिजली निगम पर सवाल खड़े कर रहा है। उन्होंने बताया कि उनका समझौता हो गया है। उनके परिजन शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए एटा स्थित पैतृक घर के लिए रवाना हो गए। मोंटी के साथ काम करने वाले भी पांच लाख रुपये कैश दिए जाने की बात कर रहे हैं। जबकि अधिकारी अभी किसी भी तरह की सहायता से मना कर रहे हैं।

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मृतक मोंटी का विद्युत निगम से कोई संबंध नहीं है। वह पहले अनुबंधित पर कार्यरत था। मामले में विभागीय जांच के बाद ही सहायता राशि तय होगी। अभी कोई भी सहायता राशि की घोषणा नहीं की गई है।

- वीएन सिंह, मुख्य अभियंता विद्युत निगम

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स्थानीय अधिकारियों को मामले में एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं। खंभे पर विद्युत निगम से अधिकृत व्यक्ति ही चढ़ सकता है। इसकी भी जांच कराई जाएगी।

- अरविन्द मल्लप्पा बंगारी, एमडी पीवीवीएनएल


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