गलत मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने पर जिला अस्पताल में धरना
सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में शुक्रवार दोपहर 50 से अधिक ग्रामीण धरने पर बैठ गए। अस्पताल की इमरजेंसी गेट के बाहर धरने पर बैठे ग्रामीणों का आरोप था, कि दादरी चिकित्सा केंद्र में तैनात एक डॉक्टर ने गलत मेडिको लीगल सर्टिफिकेट रिपोर्ट तैयार की है। इसलिए मामले की जांच होनी चाहिए। कैमराला चकसेनपुर निवासी भलराज भाटी ने बताया
जागरण संवाददाता, नोएडा:
सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में शुक्रवार दोपहर 50 से अधिक ग्रामीण धरने पर बैठ गए। अस्पताल की इमरजेंसी गेट के बाहर धरने पर बैठे ग्रामीणों का आरोप था कि दादरी चिकित्सा केंद्र में तैनात एक डॉक्टर ने गलत मेडिकल रिपोर्ट तैयार की है। मामले की जांच होनी चाहिए।
कैमराला चकसेनपुर निवासी भलराज भाटी ने बताया उनके भतीजे मित्रपाल, र¨वद्र और बहु के साथ 28 जनवरी को गांव के ही तीन लोगों ने मारपीट की थी। जिसमें उनके भतीजे और बहु के सिर में गंभीर चोट आई। पुलिस ने उन्हें पास के ही दादरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार और एक्सरे के बाद तीनों को ही जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। भलराज भाटी ने बताया कि यहां के चिकित्सा केंद्र में तैनात डॉक्टर ने तीनों की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करते समय उसमें हेड इंजरी शब्द का जिक्र नहीं किया। जबकि तीनों के सिर में टांके भी लगाने पड़े हैं। जहां शुक्रवार सुबह भतीजे मित्रपाल की हालत गंभीर होने पर उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसलिए गलत रिपोर्ट तैयार बनाने वाले डॉक्टर की जांच होनी चाहिए। साथ ही जिला अस्पताल में तैयार री-मेडिकल रिपोर्ट को उन्हें दिया जाए।
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दोनों ही मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को दे दी गई है। साथ ही गलत रिपोर्ट तैयार करने के मामले की जांच की जा रही है। परिजनों को मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी जा सकती। स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिजनों को मेडिकल रिपोर्ट नहीं देने का प्रावधान है, वे चाहे तो थाने से जाकर मेडिकल रिपोर्ट ले सकते हैं।
डॉ. अनुराग भार्गव, सीएमओ