डीजीसीए ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर भेजी रिपोर्ट
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने नोएडा इंटरनेशनल एयर
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान का तकनीकी परीक्षण कर अपने सुझाव के साथ रिपोर्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) को सौंप दी है। विभिन्न प्रकार के एयरक्राफ्ट के लिए मास्टर प्लान तकनीकी मानकों पर अपर्याप्त बताते हुए निदेशालय ने इसे संशोधित करने का सुझाव दिया है। मास्टर प्लान पर अभी ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सुझाव मिलना शेष है।
देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित होने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में दो रनवे, टर्मिनल बिल्डिग व एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर बनाया जाएगा। एयरपोर्ट से 2023-24 से हवाई सेवाएं शुरू करने का लक्ष्य है।
विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने दिसंबर के पहले सप्ताह में पहले चरण का मास्टर प्लान नियाल को सौंपा था। इसे तकनीकी परीक्षण के लिए नागर विमानन मंत्रालय भेजा गया था। करीब एक माह बाद नागर विमानन महानिदेशालय ने सुझावों के साथ अपनी रिपोर्ट नियाल को भेजी है। निदेशालय ने कहा कि दुनिया भर में उपयोग किया जा रहे विमानों की जरूरत के सापेक्ष मास्टर प्लान में कुछ तकनीकी मानक पूरे नहीं हैं। इन मानकों पूरा होना जरूरी है।
इसके लिए मास्टर प्लान में संशोधन होना चाहिए।
नियाल ने डीजीसीए से मिले सुझाव एवं रिपोर्ट को विकासकर्ता कंपनी को भेज दिया है। ताकि मास्टर प्लान में इसके अनुरूप संशोधन हो सके। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मास्टर प्लान की तकनीकी परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद विकासकर्ता को जरूरी संशोधन करने होंगे। इसके बाद ही मास्टर प्लान को स्वीकृति के लिए शासन के पास भेजा जाएगा।