मूलभूत सुविधाओं के लिए सड़क पर उतरे फ्लैट खरीदार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रविवार का दिन प्रदर्शनकारियों का नाम रहा। ग्रेटर नोएडा की विभिन्न सोसायटियों में दिनभर प्रदर्शन होते रहे। वहीं ग्रीन आर्च सोसायटी में निवासियों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर निवासियों ने आक्रोश जताया। ग्रीन आर्च सोसायटी के निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। कार पार्किंग से कई वाहन चोरी हो चुके हे। बिल्डर प्रबंधन से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग कई बार की जा चुकी है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रविवार का दिन प्रदर्शनकारियों के नाम रहा। वहीं ग्रीन आर्च सोसायटी में निवासियों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर आक्रोश जताया। ग्रीन आर्च सोसायटी के निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। पार्किग से कई वाहन चोरी हो चुके है। बिल्डर प्रबंधन से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग कई बार की जा चुकी है। लिखित व मौखिक शिकायत करने के बाद भी बिल्डर प्रबंधन निवासियों की मांग को अनदेखा कर रहा है। कई बार बिल्डर के साथ वार्ता को बैठक रखी गई। लेकिन बिल्डर उपस्थित नहीं हुआ। सोसायटी में सुविधाओं का अभाव है। कई बार मारपीट की घटना भी घटित हो चुकी है। सोसायटी निवासी नवल सिंह ने बताया कि सोसायटी की सुरक्षा रामभरोसे है। हमेशा निवासियों को वाहन चोरी होने का भय बना रहता है। रेरा के आदेश के बाद भी शुरू नहीं हुआ कार्य, खरीदारों ने किया प्रदर्शन
सेक्टर-16 बी स्थित रुद्रा केबिनोस साइट पर भी खरीदारों ने जमकर प्रदर्शन किया। खरीदारों का आरोप है कि यूपी रेरा बिल्डर को जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कर खरीदारों को फ्लैट पर कब्जा देने का आदेश जारी कर चुका है। उसके बाद भी बिल्डर की परियोजना पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। खरीदारों ने बताया कि बिल्डर ने 2015 तक फ्लैट पर कब्जा देने का वादा किया था। चार वर्ष बीत जाने के बाद भी परियोजना का निर्माण कार्य आधा-अधूरा है। बिल्डर ने निवेशकों के पैसे को किसी अन्य परियोजना में लगा दिया है। जिसकी वजह से परियोजना का कार्य अधर में अटका हुआ है। रुद्रा केबीनोस फ्लैट बायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि बिल्डर के साथ कई बार बैठक की जा चुकी है। आपसी सहमति से एस्क्रो एकाउंट भी खोला गया। लेकिन बिल्डर पैसा नहीं दे रहा है। बिल्डर ने वादा किया था कि तय समय में फ्लैटों पर कब्जा दे देगा। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन यूपी रेरा में भी याचिका दायर की जा चुकी है। रेरा ने भी बिल्डर को समय निर्धारित करते हुए 2019 तक फ्लैट पर कब्जा देने का आदेश दिया है। वहीं, खरीदारों का कहना है कि जब परियोजना पर निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हो रहा है तो 2019 के अंत तक फ्लैटों पर कब्जा कैसे मिलेगा। प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने कहा कि बिल्डर ने खरीदारों के साथ झूठे वादे किए है। इसके लिए पुन यूपी रेरा व पुलिस अधिकारियों को जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
इसके साथ ही इकोविलेज एक सोसायटी के बाहर रविवार को भी खरीदार प्रदर्शन करने पहुंचे। प्रदर्शनकारियों में शामिल यतिद्र त्रिपाठी ने बताया कि यदि बिल्डर ने जल्द फ्लैटों पर कब्जा नहीं दिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने अगले सप्ताह उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों में राजेंद्र त्रिपाठी, दिनेश, अमित, अपर्णा, पवन, ज्ञानेश आदि खरीदार शामिल रहे।