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निवेशकों की रकम डकारने वाला बिल्डर गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, दादरी : निवेशकों से वादा कर समय पर फ्लैट न देने व उनके लाखों रुपये डकारने वाले नोएडा क

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 09:19 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 09:19 PM (IST)
निवेशकों की रकम डकारने वाला बिल्डर गिरफ्तार
निवेशकों की रकम डकारने वाला बिल्डर गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, दादरी : निवेशकों से वादा कर समय पर फ्लैट न देने व उनके लाखों रुपये डकारने वाले नोएडा के बिल्डर पर बड़ी कार्रवाई हुई है। रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने आइबीआर प्राइम आइटी एसईजेर प्र.लि के सीएमडी अनिल मिठास को रियल एस्टेट विनियमन और विकास अधिनियम 2016 (रेरा) के तहत गिरफ्तार कर लिया। बकाया रकम न जमा करने पर एसडीएम दादरी अंजनी कुमार के आदेश पर उसे दादरी तहसील हवालात में बंद कर दिया गया। बिल्डर द्वारा बकाये की रकम जमा करने के बाद सीएमडी को बरी किया जाएगा। बिल्डर पर करीब एक करोड़ 24 लाख रुपये रेरा कानून के तहत रिकवरी के बकाया है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रेरा कानून के तहत किसी बिल्डर के खिलाफ यह पहली कार्रवाई हुई है। बिल्डर की गिरफ्तारी के बाद उसे छुडवाने के लिए जिलाधिकारी बीएन ¨सह के पास प्रदेश के कई बड़े अफसरों के फोन आने लगे। लेकिन डीएम ने बिल्डर को छोड़ने से इन्कार कर दिया। डीएम के कड़े तेवर के बाद बिल्डर के परिजन ने देर रात रिकवरी की शेष धनराशि को जमा कर दिया। बिल्डर को शनिवार सुबह रिहा किया जाएगा। रात में उसकी मेडिकल जांच कराई गई।

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ज्ञात हो कि नोएडा सेक्टर 63 के बी 117 स्थित आइवीआर प्राइम आइटी एसईजेड कंपनी में फ्लैट बुक कराने वाले श्री फाइनेंस कैफे, गौरव अग्रवाल, सुरेश सुनेजा, रितू गर्ग, प्रवीण गर्ग, चंद्रमणि वत्स व किशन कुमार कालरा आदि निवेशकों को जब बिल्डर ने फ्लैट नहीं दिए और न ही उनकी रकम वापस की तो निवेशकों ने बिल्डर के खिलाफ रेरा में मामला दर्ज कराया था। रेरा ने बिल्डर को 45 दिन के अंदर निवेशकों की रकम लौटाने का आदेश दिया था। निर्धारित अवधि में बिल्डर ने निवेशकों का पैसा नहीं लौटाया। इसके बाद रेरा के आदेश का पालन न करने पर एक करोड़ 24 लाख की रिकवरी जारी कर दी गई। एसडीएम अंजनी कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी बीएन ¨सह के आदेश पर राजस्व बकायेदारों के खिलाफ वसूली अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आइवीआर प्राइम आइटी एसईजेड कंपनी को पंद्रह दिन धनराशि जमा करने के आदेश दिए गए थे। आरसी जारी होने के बाद पंद्रह दिन पहले बिल्डर ने 50 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट जमा कराया था। शेष धनराशि जमा करने के लिए बिल्डर ने एक सप्ताह का समय मांगा था। बकाया जमा करने की समय सीमा समाप्त होने पर शुक्रवार को तहसीलदार पीपी मौर्या के नेतृत्व में नायब तहसीलदार दुर्गेश ¨सह की टीम ने नोएडा सेक्टर 63 के बी 117 कार्यालय में छापा मारा। टीम ने कंपनी के सीएमडी अनिल मिठास को हिरासत में ले लिया। टीम ने कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए शाम साढ़े चार बजे दादरी तहसील की हवालात में बंद कर दिया।

बसपा नेताओं का नजदीकी रहा है बिल्डर

बिल्डर अनिल मिठास बसपा के बड़े नेता का करीबी रहा है। बसपा शासन काल में उक्त नेता की नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण में तूती बोलती थी। उसकी मर्जी के बिना किसी को भूखंड आवंटन नहीं होता था।


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